राजनीतिक दखल से रद हुए साक्षात्कार : रामलाल
बिलासपुर : पूर्व मंत्री एवं वर्तमान कांग्रेस विधायक राम लाल ठाकुर ने वीरवार क
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जागरण संवाददाता, बिलासपुर : पूर्व मंत्री एवं वर्तमान कांग्रेस विधायक राम लाल ठाकुर ने वीरवार को जिला पुलिस के सीमाई क्षेत्रों में सुरक्षा प्रबंधों के अलावा नयनादेवी मंदिर ट्रस्ट में न्यासियों की नियुक्ति और इसी ट्रस्ट के एक स्कूल में रिक्त पदों को भरने के मामले में राजनीतिक स्तर पर गैर जरूरी दखल के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के इशारे पर ट्रस्ट में ऐसे लोगों को न्यासी बनाए जाने की कथित तौर पर सिफारिश की गई है जो अवांछित गतिविधियों में शामिल रहे हैं। ठाकुर ने ट्रस्ट की ओर से संचालित किए जा रहे एक स्कूल में पदों को भरने के लिए हालही में प्रस्तावित साक्षात्कार को रद करने पर भी ऐतराज जताया।
ठाकुर राम लाल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिलासपुर जिले के तहत पंजाब के साथ लगने वाले सारे इलाके में सुरक्षा के कोई माकूल प्रबंध नहीं है। पंजाब में तमाम किस्म की वारदातों को अंजाम देने के बाद अपराधी नयनादेवी को अपने लिए शरणस्थली बना रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि पूरे बार्डर एरिया में कम संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। नयनादेवी में हुई मुठभेड के बाद यह हकीकत भी सामने आई है कि हिमाचल पुलिस के जवान इस तरह के असामाजिक तत्वों से निपटने में सक्षम नहीं है।
जवानों की फिटनेस के लिए प्रदेश सरकार को मजबूती से कदम उठाने चाहिए।
नयनादेवी ट्रस्ट को भंग किए हुए अरसा हो गया है। लेकिन नयनादेवी ट्रस्ट अब तक नए सिरे से गठित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट में रूलदू राम मेमोरियल कॉलेज से संबंधित किसी भी व्यक्ति को शामिल करने का कोई औचित्य नहीं है। ठाकुर ने कहा कि सरकार पहले से ही उन लोगों में से ही ट्रस्ट के लिए दो लोगों को नामित करती आ रही थी जो कि दशकों से नयनादेवी मंदिर में लंगर से लेकर तमाम प्रबंधों में बाहरी राज्यों से आकर यहां पर अपनी सेवाएं प्रशासन व श्रद्धालुओं को देते रहे हैं।
ट्रस्ट की ओर से संचालित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कुल पांच पदों पर भर्ती के लिए एसीएम नयनादेवी ने इंटरव्यू की तारीख तय की थी। लेकिन एक प्रभावशाली भाजपा नेता के कहने से यह कहकर इंटरव्यू रद कर दिए गए कि उसने अपने लोगों को इन पदों पर भर्ती करना है।