Bilaspur News: बिलासपुर में धड़ल्ले से हो रहा सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग, नहीं रोक पा रहे अधिकारी
बिलासपुर जिला में भले ही सिंगल प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगा दी गई हो लेकिन यह रोक केवल फाइलों में ही दफन है। बिलासपुर जिला में सिंगल प्लास्टिक का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है और इसे रोकने के लिए कोई भी अधिकारी आगे नहीं आ रहा है।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर: बिलासपुर जिला में भले ही सिंगल प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगा दी गई हो, लेकिन यह रोक केवल फाइलों में ही दफन है। बिलासपुर जिला में सिंगल प्लास्टिक का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है और इसे रोकने के लिए कोई भी अधिकारी आगे नहीं आ रहा है। हालांकि कुछ विभाग अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सिंगल प्लास्टिक का प्रयोग करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई तो करते हैं लेकिन इसके बावजूद इसका प्रयोग कम नहीं हुआ है।
सबसे अधिक प्लास्टिक सब्जी की पैकिंग के रूप में पहुंच रही
सबसे अधिक प्लास्टिक सब्जी की पैकिंग के रूप में बिलासपुर पहुंच रहा है। अब यह सवाल यह है कि जब हिमाचल प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध है तो इन्हें हिमाचल की सीमाओं में रोका क्यों नहीं जा रहा है। बिलासपुर जिला के सब्जी विक्रेता गाड़ियों में इन पॉलीथीन में सब्जी भरकर जिला में प्रवेश कर जाते हैं, लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। ऐसे में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रतिबंध को सफल बनाना मात्र एक सपने से कम नहीं है जो अधिकारी एसी रूप में बैठकर लेते हैं।
दुकानदार खुले में फेंक देते हैं पॉलीथीन
सबसे बड़ी बात यह है कि यह दुकानदार इन पॉलीथीन को खुले में फैंक देते हैं और बेसहारा पशु इन्हें अपना चारा समझकर निगल जाते हैं और मौत का ग्रास बन जाते हैं। हैरानी इस बात की है कि सिंगल यूज प्लास्टिक से बने उत्पाद बेचने वालों के ऊपर विभाग कार्रवाई करते हुए अपनी पीठ थपथपाता है, लेकिन इन सब्जी विक्रेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगाया गया था बैन
आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो बिलासपुर जिला में मीट्रिक टनों के हिसाब से सब्जी बिलासपुर जिला में पहुंचती है जहां पर अधिकांश हरी सब्जियां इन पॉलीथीन में ही लाई जाती हैं, लेकिन इसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई करने के स्थान पर अधिकारी क्यों आंखे मूंद लेते हैं समझ से परे है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है। यदि कोई सिंगल प्लास्टिक का प्रयोग करता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
प्रदूषण बोर्ड के साथ साथ अन्य विभागों को भी इनके खिलाफ कार्रवाई करने की शक्तियां प्रदान की गई हैं। प्रदूषण विभाग अपनी जिम्मेवारी को निभाते हुए समय समय चैकिंग करता है। अन्य विभाग के अधिकारियों को भी औचक निरीक्षण करते हुए इनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। -अतुल परमार, अधिशाषी अभियंता प्रदूषण बोर्ड, बिलासपुर