कच्चे भगेड़-चैहर मार्ग पर चलना हो गया मुश्किल
ग्राम पंचायत भगेड़ का संपर्क मार्ग बदहाल हैं। बनाए हुए इसे भले ही अरसा ह
संवाद सहयोगी, भगेड़ : ग्राम पंचायत भगेड़ का संपर्क मार्ग बदहाल हैं। बनाए हुए इसे भले ही अरसा हो गया हो लेकिन इसे अभी तक पक्का करने की किसी ने जहमत नहीं उठाई है। आलम यह है कि लोगों का भगेड़- चैहर मार्ग पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। एक या दो नहीं बल्कि पूरे 15 वर्ष बाद भी यह मार्ग पक्का नहीं हो पाया है। सुस्ती का आलम यह है कि अभी तक किसी भी सरकार के नुमाईंदों ने इसे पक्का करने में रुचि नहीं दिखाई है। इसका खमियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। कई बार सरकार के नुमाईंदों को समस्या से अवगत करवाने के बाद भी ग्रामीणों को आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिला है। हालांकि पंचायत स्तर पर सड़क को पक्का करने की कोशिश की थी लेकिन बजट कम होने से काम उधर में लटक गया। इस मामले में लोगों ने दैनिक जागरण को अपनी प्रतिक्रिया दी।
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कश्मीर ¨सह का कहना है कि इस संपर्क मार्ग बने 15 वर्ष हो गए हैं लेकिन किसी भी सरकार ने पक्का करने के लिए कोशिश नहीं की। पंचायत के माध्यम से कुछ पक्का हुआ था लेकिन अधिकांश सड़क अभी तक कच्चा ही है। सरकार को इस समस्या का समाधान करना चाहिए।
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बाबूराम का कहना है कि यदि कोई बीमार हो जाए तो उसको मुख्य सड़क तक पहुंचाने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। चुनाव के समय नेता भी वोट मांगने के समय सड़क को पक्का करने का वादा करते हैं लेकिन बाद में कोई नहीं पूछता है। लोगों की समस्या को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है।
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गंगाराम का कहना है कि चैहर बस्ती में अधिकांश अनुसूचित जाति के लोग रहते हैं। कच्चे मार्ग से बरसात के दिनों में गाड़ी तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। बरसात में समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। सड़क पर पानी बहने के कारण लोगों को दिक्कतें आती हैं।
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नरेश कुमार का कहना है कि पंचायत के प्रयास से थोड़ा सा मार्ग पक्का हुआ है लेकिन राशि कम होने के कारण यह काम अधर में ही लटक गया है। मार्ग में बनाई गई पुली भी क्षतिग्रस्त होने की कगार पर है। पंचायत को चैहर मार्ग को पक्का करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
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माया देवी का कहना है कि चुनाव के समय वोट मांगने लिए हर पार्टी का उम्मीदवार इसे पक्का करने आश्वासन दिया जाता है लेकिन जीतने के बाद इस तरफ कोई ध्यान नहीं देता है। बरसात में संपर्क मार्ग खंडहर में तब्दील हो जाता है तथा इसमें वाहन चलाना तो दूर की बात है लोगों को पैदल चलना मुश्किल हो गया है।