कंदरौर स्कूल में विद्यार्थियों को डेंगू से बचने के उपाय बताए
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कंदरौर में जागरूकता कार्यक्रम का
संवाद सहयोगी, कंदरौर : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कंदरौर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें स्कूल के बच्चों को डेंगू के प्रति जागरूक किया गया। हेल्थ एजुकेटर रमेश चंदेल ने बच्चों को डेंगू मच्छर से होने वाली बीमारियों और उससे बचाव के उपाए बताए। उन्होंने बताया कि बिलासपुर शहर के साथ अन्य क्षेत्रों में भी डेंगू का मच्छर भिनभिना रहा है। ऐसे में इस रोग पर नियंत्रण करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। यह रोग भयानक रूप से फैलता हुआ दिखाई दे रहा है। डेंगू दुनिया भर में पाया जाने वाला एक खतरनाक वायरल रोग है जो संक्रमित मादा एडीज एजिप्ट मच्छर के काटने से फैलता है। अकेला एक संक्रमित मच्छर ही अनेक लोगों को डेंगू रोग से ग्रसित कर सकता है। तेज बुखार, मांस पेशियों व जोड़ों में भयंकर दर्द, सिर दर्द, आखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना, उल्टी, दस्त तथा त्वचा पर लाल रंग के दाने होना इसके लक्षण हैं। मरीज की स्थिति गंभीर होने पर नाक, कान, मुंह या अन्य अंगों से रक्तस्त्राव शुरू हो जाता है तथा रक्त चाप काफी कम हो जाता है। समय पर उचित चिकित्सा न मिलने पर रोगी कोमा में चला जाता है। लोग घर के आसपास पानी एकत्र न होने दें तथा सफाई का विशेष ध्यान रखें और घर में बर्तनों आदि में पानी को ढक कर रखें। यदि जरुरत न हो तो बर्तन खाली करके या उल्टा कर के रख दें। कूलर, गमले आदि का पानी रोज बदलते रहें। यदि पानी की जरूरत न हो तो कूलर आदि को खाली करके सुखाएं।
उन्होंने कहा कि ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर के अधिकतम हिस्से को ढक सकें और मच्छर रोधी क्रीम, स्प्रे, लिक्विड, इलेक्ट्रॉनिक बैट आदि का प्रयोग मच्छरों के बचाव के लिए करें। एनएसएस प्रभारी विजय पाल ¨सह ने बताया कि स्कूल में पहली से 15 सितंबर तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाएगा। उन्होंने बच्चों और अध्यापकों को कार्यक्रम में हिस्सा लेने का आह्वान भी किया। इस मौके पर स्कूल के सभी प्रध्यापक व अध्यापक मौजूद रहे।