चोपड़ा के लिए सीट छोड़ने को तैयार रतवान
नगर परिषद घुमारवीं में नगर निकाय चुनाव के नतीजों के बाद भाजपा क
संवाद सहयोगी, घुमारवीं : नगर परिषद घुमारवीं में नगर निकाय चुनाव के नतीजों के बाद भाजपा की अंदरूनी सियासत में मंगलवार दोपहर नया मोड़ आ गया। वार्ड पांच बजोहा से चुनाव जीते भाजपा समर्थित अश्वनी रतवान ने पार्टी के नेता राकेश चोपड़ा की हार को जीत में बदलने के लिए बड़ा विकल्प खोलने का दावा किया। उन्होंने घोषणा की कि वह अपनी सीट से इस्तीफा देने जा रहे हैं। यहां से राकेश चोपड़ा दोबारा चुनाव में खड़े होंगे और जीत हासिल कर दोबारा नगर परिषद पहुंचेंगे। राकेश चोपड़ा ने अभी इस बात से इन्कार किया है कि वह ऐसा नहीं कर रहे हैं। अश्वनी रतवान के बयान ने एक बार फिर भाजपा की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। रतवान ने यह भी कहा कि उन्हें पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने राकेश चोपड़ा की बेटी निशा चोपड़ा, जो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीती है को अध्यक्ष पद की कुर्सी देने का ऐलान किया है। अब भाजपा के पास वार्ड एक से जीती उर्मिला को अपने समर्थन से अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचाने का कोई विकल्प नहीं बचा है। भाजपा को पहले यह उम्मीद नजर आ रही थी कि जोड़-तोड़ कर उर्मिला को अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचा सकती है, क्योंकि भाजपा के दो समर्थित उम्मीदवार ही चुनाव जीते हैं। इनमें वार्ड एक बड्डू से उर्मिला देवी व वार्ड तीन बजोहा से अश्विनी रतवान हैं। अश्वनी रतचान ने भाजपा की इस उम्मीद पर पानी फेर दिया कि शहर में पार्टी के नेतृत्व में नगर परिषद का गठन हो सकता है। उनके ऐलान के बाद जाहिर हो गया है कि मंत्री राजिंद्र गर्ग व राकेश चोपड़ा में चुनाव से पहले जारी आर-पार की लड़ाई में अब आने वाले दिनों में कोई और गुल खिलने वाला है। अश्वनी रतवान के राकेश चोपड़ा के लिए सीट खाली करने के ऐलान से माना जा रहा है कि शहरी क्षेत्र में पार्टी की यह लड़ाई और तेज होगी। अगर राकेश चोपड़ा अश्वनी रत्वान के वार्ड से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं तो नगर परिषद की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है। अब इस मामले में भाजपा के अगले रुख का इंतजार किया जा रहा है।