बिलासपुर में शुरू नहीं हुई एमए हिदी की कक्षाएं
हिदी को बढ़ावा देने के लिए भले ही बड़े बड़े दावे पेश किए जा रहे हो लेकिन बिलासपुर जिला में हिदी की एमए की कक्षाएं आज तक शुरू नहीं हो पाई हैं। जिला स्तर के महाविद्यालय भी अन्य विषयों की एमए की कक्षाएं शुरू की जा रही है लेकिन प्रशासन
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : हिदी को बढ़ावा देने के लिए भले ही बड़े-बड़े दावे पेश किए जा रहे हों लेकिन जिले में एमए हिदी की कक्षाएं आज तक शुरू नहीं हुई हैं।
हैरानी की बात है कि बिलासपुर जिला में हिदी में एमए करने के लिए विद्यार्थी ही इच्छुक नजर नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते कॉलेज की ओर से आज तक बिलासपुर में एमए की कक्षाएं शुरू करने के लिए कोई प्रस्ताव भी नहीं भेजा गया है। ऐसे में यह बात सोचनीय है कि क्या हिदी का स्तर इतना गिर गया है कि कोई इसे अपनाना ही नहीं चाहता है। बिलासपुर में पहले विद्यार्थी हिदी की एमए करने के लिए इच्छुक नजर आते थे तथा उन्हें शिमला विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता था। अब बिलासपुर में कितने लोग हिदी में एमए कर रहे हैं। इसके लिए कोई आंकड़ा भी नहीं है। बिलासपुर जिला में घुमारवीं, झंडूता तथा जुखाला भी कॉलेज हैं। लेकिन इन कॉलेजों में भी हिदी केवल बीए स्तर तक ही सीमित है। हिदी पढ़ने की नहीं उठती मांग
आज के इस आधुनिक दौर में युवा हिदी विषय को पढ़ने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। इसी कारण से हिदी विषय में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए युवा आगे नहीं आ रहे हैं । हालांकि सरकार द्वारा हिदी को बढ़ावा देने के लिए काफी समय से प्रयास किए जा रहे हैं। बिलासपुर जिला के किसी भी महाविद्यालय में हिदी विषय में एमए करवाई ही नहीं जाती है। बिलासपुर कॉलेज में एमए हिदी का विषय ही नहीं है। छात्र इस विषय को लेकर आवेदन करते ही नहीं हैं ।
रामकृष्ण, प्राचार्य, कॉलेज बिलासपुर ।