शिमला में प्रदर्शन करेंगे मिड-डे मील कर्मचारी
संवाद सूत्र, स्वारघाट : प्रदेश सरकार की नीतियों से खफा मिड-डे मील कर्मचारी मार्च में शिमला में प्रदर
संवाद सूत्र, स्वारघाट : प्रदेश सरकार की नीतियों से खफा मिड-डे मील कर्मचारी मार्च में शिमला में प्रदर्शन करेंगे। लंबे समय से मिड-डे मील कर्मचारी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया। न ही नियमित किया गया और न मानदेय बढ़ाया गया।
एटक से संबद्ध मिड-डे मील कर्मचारियों की खंड स्तरीय बैठक रविवार को राजकीय प्रारंभिक केंद्र पाठशाला स्वारघाट में हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला प्रधान कमलेश ठाकुर ने की। उन्होंने कहा कि मिड-डे मील कर्मचारी कम मानदेय में भी कार्य कर रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा मानदेय नहीं बढ़ाया जा रहा है। कई स्कूलों में खाना पकाने के लिए गैस कनेक्शन उपलब्ध नहीं हैं। उन स्कूलों को शीघ्र गैस कनेक्शन आवंटित करने की मांग की गई। बैठक में प्रस्ताव पारित कर सरकार से मांग की गई कि जिन मिड-डे मील कर्मचारियों ने आठ वर्ष कर कार्यकाल पूरा कर लिया है उन्हें जल्द पक्का किया जाए। सरकार से मांग की गई कि सभी स्कूलों में न्यूनतम दो कर्मचारी नियुक्त किए जाएं। इसके अलावा अन्य कर्मचारियों की तरह रक्षाबंधन, भैयादूज और करवाचौथ की छुट्टियों की भी मांग उठाई गई। प्रधान कमलेश ठाकुर ने कहा कि विभाग व सरकार द्वारा मिड-डे मील कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। उनकी मांगों की ओर न विभाग और न ही सरकार द्वारा कोई ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मांगों को मनवाने के लिए मार्च में शिमला में प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर गीता देवी, अंजना कुमारी, सपना देवी, शंकुतला देवी, ममता देवी, रोशनी देवी, कांता देवी, बिमला देवी, प्रेमचंद, श्री राम सहित सदस्य मौजूद थे।