ओवरलाेड एचआरटीसी बस का चालान करने पर ड्राइवर व कंडक्टर का हंगामा, आधा घंटा रोके रखी बस
बिलासपुर से तरेड जाने वाली एचआरटीसी बस में ओवरलोडिंग पर ट्रैफिक पुलिस ने बामटा में नाके के दौरान चालान कर दिया।
बिलासपुर, जेएनएन। बिलासपुर से तरेड जाने वाली एचआरटीसी बस में ओवरलोडिंग पर ट्रैफिक पुलिस ने बामटा में नाके के दौरान चालान कर दिया। पुलिस की इस कार्रवाई पर एचआरटीसी के ड्राइवर व कंडक्टर भड़क गए। उन्होंने पुलिस की इस कार्रवाई को गलत करार देते हुए मौके पर से ही ड्राइवर ने आरएम से शिकायत कर दी। इस दौरान बस में सवार यात्री भी पुलिस की इस कार्रवाई के कारण गुस्सा हो गए और इन्होंने मौके पर पुलिस कर्मियों को घेर लिया। लोगों का कहना था कि सरकार पहले अतिरिक्त बसों का इंतजाम करे और अगर फिर भी ओवरलोडिंग होती है तो चालान किया जाए। एचआरटीसी के ड्राईवर व कंडक्टर समेत लोगों ने मौके पर से बस ले जाने से इंकार कर दिया और जिले के एसपी व डीसी को मौके पर लाने पर अडे़ रहे। बाद में स्थानीय लोगों के समझाए जाने के बाद लोग बस लेकर मौके से रवाना हुए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार तरेड इलाके के लिए बिलासपुर को सुबह एक बस आती है। इस एक बस में हर दिन तय क्षमता से अधिक सवारियां होती हैं। बंजार में हुए हादसे के बाद सरकार ने अब ओवरलोडिंग के मामले में सख्ती से कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैँ। इसके लिए सदर पुलिस थाना से एएसआइ बलदेव कुमार की अगुवाई में एक पुलिस टीम बामटा चौक पर खड़ी थी। एचआरटीसी की बस में क्षमता से अधिक सवारियां होने के कारण बस को रोका गया व चालान काटा गया। ड्राइवर व कंडक्टर दोनों ने इस चालान का विरोध किया और मौके से आरएम को फोन कर दिया। एएसआइ ने आरएम का फोन सुना लेकिन चालान छोड़ने के बजाय आरएम को भी सुना दिया कि वह अपने ड्राइवर कंडक्टरों को ओवरलोडिंग के मामले में सख्त निर्देश दें, अन्यथा ऐसे ही चालान होंगे।
इसी दौरान बस की सवारियां भी बस से उतर गईं और कार्रवाई करती पुलिस को घेरकर खड़ी हो गईं। लोगों व पुलिस कर्मियों के बीच तीखी नोक झोंक भी हो गई। पुलिस ने लोगों के इस विरोध का वीडियो भी बनाया। लोगों का कहना था कि जब बस ही एक आती है तो वे कैसे आएं? इस पर पुलिस का कहना था कि यह देखना सरकार का काम है और उनका काम है चालान करना। काफी देर तक यह बहसबाजी चलती रही और करीब आधे घंटे तक बस रुकी रही।
लोगों ने मौके पर एसपी व डीसी को बुलाने की जिद की। ड्राइवर व कंडक्टर भी अड़ गए कि पहले एसपी व डीसी को मौके पर बुलाओ उसके बाद ही वह बस ले जाएंगे। बाद में काफी देर के बाद मौके पर उत्तेजित लोगों को समझाया कि कुछ गंभीर बीमारी के रोगी बस में हैं, लिहाजा तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाओ। इसके बाद ही लोग व ड्राइवर-कंडक्टर बस ले जाने को तैयार हुए।
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