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शुगर मिल की ट्रालियों से न हो हादसा, एसपी ने खुद लगाए रिफ्लेक्टर

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : शुगर मिल में गन्ना लेकर आने वाली ट्रालियों से किसी प्रकार का

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Nov 2017 10:49 PM (IST)Updated: Mon, 27 Nov 2017 10:49 PM (IST)
शुगर मिल की ट्रालियों से न हो हादसा, एसपी ने खुद लगाए रिफ्लेक्टर
शुगर मिल की ट्रालियों से न हो हादसा, एसपी ने खुद लगाए रिफ्लेक्टर

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : शुगर मिल में गन्ना लेकर आने वाली ट्रालियों से किसी प्रकार का हादसा न हो इसके लिए मिल में ट्रैक्टर-ट्रालियों व ट्रकों पर रिफ्लेक्टर लगाने की शुरुआत की गई। सोमवार को एसपी राजेश कालिया ने खुद अपने हाथों से वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाए। जल्द ही सभी वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाने का काम पूरा हो जाएगा।

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सर्दियों का मौसम आते ही जिले में सड़क हादसों का ग्राफ बढ़ने लगता है। रात के समय कोहरा होता है जिसमें वाहन दिखाई नहीं देते। वहीं, सर्दी के मौसम में किसान गन्ने की कटाई शुरू कर देते है और इसे लेकर वह यमुनानगर शुगर मिल में आते है। ट्रालियों के पीछे रिफलेक्टर न होने से रात को ट्रालियां दिखाई नहीं देती। इससे उनका दूसरे वाहनों से भिड़ने का खतरा रहता है।

सतर्क हो जाता है चालक : एसपी

एसपी राजेश कालिया ने बताया कि पुलिस के द्वारा सरस्वती मिल प्रबंधकों के सहयोग से ट्रैक्टर ट्रालियों पर रिफलेक्टर लगाए गए जा रहे है। रात के समय रिफ्लेक्टर दूर से चमकते है और सामने व पीछे से आ रहे वाहन दिखाई देता है और वाहन चालक पहले ही सतर्क हो जाता है। जिससे वाहनों में भिडंत नहीं होती और सडक हादसे भी कम होते है। हर रोज रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे। इसके बाद राजेश कालिया ने शुगर मिल का निरीक्षण किया और लोगों को जागरूक भी किया कि वो सेफ्टी सामान हेलमेट, जूते डालकर ही मिल में काम करे। जिससे चोट लगने का डर नहीं रहेगा।

हर नाके पर लगाए जाएंगे रिफ्लेक्टर:

ट्रैफिक एसएचओ निर्मल ¨सह ने बताया कि हर नाके पर पुलिस के द्वारा उन वाहनों पर नंबर लिखवाया जा रहा है जिन वाहनों पर नंबर नहीं है। इसके अलावा कलानौर, देवधर, खिजराबाद, सहित उन नाको पर आने वाले वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे जिन पर रिफ्लेक्टर नहीं है। वही शहर के लगभग सभी चौक पर रिफ्लेक्टर लगा दिए गए है।

हर रोज आती है 800 ट्राली :

मिल प्रबंधकों के अनुसार सर्दी के मौसम में गन्ने की कटाई होती है और शुगर मिल भी सर्दी के मौसम में ही चलता है। हर रोज गन्ने की ट्रालियां लेकर किसान शुगर मिल में आते है। शुगर मिल में करीब 800 ट्रालियां आती है। जिन्हें यार्ड में खड़ा किया जाता है ताकि सड़क पर खड़ा होने से जाम की समस्या न हो। हर ट्रैक्टर ट्राली पर रिफ्लेक्टरों की जांच सुरक्षा गार्डो के द्वारा की जाती है। जिन ट्रैक्टर-ट्रालियों पर रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं लिखा है उन पर जल्द से जल्द लिखवा दिए जाएंगे।


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