मरने से पहले मैनेजर ने ब्लैकमेल कर रही लड़की के खाते में जमा कराए थे गबन के 15 लाख रुपये
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सहकारी बैंक रसूलपुर में मैनेजर रहते वीर देवेंद्र ¨सह ने जो
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सहकारी बैंक रसूलपुर में मैनेजर रहते वीर देवेंद्र ¨सह ने जो 50 लाख रुपये का गबन किया था उसमें से 15 लाख रुपये हिमाचल प्रदेश के सिरमौर की लड़की ऐंजल के पिता के खाते में आत्महत्या से पहले जमा करवाए गए थे। यह लड़की मैनेजर को काफी समय से ब्लैकमेल कर रही थी। ब्लैकमे¨लग से तंग आकर 40 वर्षीय देवेंद्र ¨सह ने 26 जनवरी की शाम अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। तब मृतक की पत्नी रज¨वद्र कौर ने जिला अंबाला के थाना पंजोखरा में आरोपी युवती ऐंजल, उसके पिता बृज कुमार व दो-तीन अन्य लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया था। इस मामले की पुलिस जांच कर रही है।
बैंक में ही था मैनेजर का सेलरी अकाउंट :
मैनेजर वीर देवेंद्र ¨सह का सेलरी अकाउंट सहकारी बैंक में ही था। मैनेजर पर जब लाखों रुपये के गबन के आरोप लगे तो जांच में सही पाए गए। विभागीय जांच में सामने आया कि देवेंद्र ¨सह ने 50 लाख 43 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर किए थे। इसी खाते में से 15 लाख रुपये ऐंजल के पिता बृज कुमार के खाते जमा कराया गया था। इसके अलावा ऐंजल लाखों रुपये ओर मांग रही थी। बड़ा सवाल यही है कि क्या इसी लड़की को रुपये देने के लिए वीर देवेंद्र ¨सह ने रसूलपुर ब्रांच में पैक्स व दो अन्य लोगों का 50 लाख 43 हजार रुपये अपने खाते में जमा कराया था।
जिस दिन मैनेजर न आत्महत्या की उस दिन परिवार गुरुद्वारे में मत्था टेकने गया था। उसके ससुर गुलाब ¨सह व बेटा कर्णप्रीत ने सबसे पहले शव देखा था।
लड़की को दिया था 32 हजार का मोबाइल :
ब्लैकमेल कर रही ऐंजल को वीर देवेंद्र ¨सह ने 32 हजार रुपये का मोबाइल भी दिया था। मैनेजर की पत्नी ने आरोप लगाया था कि सैमसंग कंपनी का यह फोन ऐंजल ने डरा धमका कर उसके पति से लिया था। मैनेजर के अलावा ऐंजल उनकी पत्नी के मोबाइल पर भी फोन करती थी, जिसमें एक बार ऐंजल ने उनसे कहा था कि मैं तेरे पति को तेरे पास नहीं रहने दूंगी। तेरे पति का सारा पैसा हड़प लूंगी। इसलिए उसके पति ने डर के कारण डेढ़ साल में अपने सेलरी खाता कोपरेटिव बैंक से उस लड़की के पिता के बैंक खाता में 15 लाख रुपये ट्रांसफर करवाए थे। वो उसके पति को दुष्कर्म के केस में फंसाने की बात कह रही थी।
शिकायत सुसाइड से पहले दी थी : गोदारा
सहकारी बैंक यमुनानगर के जीएम हरिमोहन गोदारा ने बताया कि मैनेजर वीर देवेंद्र ¨सह ने पैक्स व दो अन्य लोगों के खातों से 50 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर किए थे। इस मामले की जांच करने के बाद मैनेजर के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर ली गई थी। इसके साथ ही थाना साढौरा में भी एफआईआर दर्ज करने के लिए लिख दिया था। लेकिन थाना पुलिस ने केस से जुड़े कुछ दस्तावेज भी शिकायत के साथ लगाने को कहा। पुलिस के कहे अनुसार कुछ दस्तावेज दे भी दिए थे। परंतु इसी बीच वीर देवेंद्र ¨सह ने सुसाइड कर लिया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में जानबूझ कर देरी की है।
सवाल अब कैसे होगी गिरफ्तारी :
मैनेजर की मौत को 12 दिन हो चुके हैं। पुलिस अब तक एफआईआर ही दर्ज कर रही है। बड़ा सवाल ये है कि यदि पहले ही एफआईआर दर्ज हो जाती तो हो सकता था मैनेजर की जान बच जाती। मनोचिकित्सकों का कहना है कि सुसाइड डिप्रेशन के कारण होती है। गिरफ्तारी होने पर उन्हें सुसाइड करने का मौका न मिलता। थाने में एफआईआर दर्ज होने में किस स्तर पर देरी हुई इसकी भी जांच होनी चाहिए।