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तीन कालोनियों में जल निकासी का संकट

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जगाधरी वर्कशॉप के जवाहरनगर, न्यू नंदा कालोनी और गड्ढा काल

By Edited By: Published: Sun, 11 Sep 2016 11:42 PM (IST)Updated: Sun, 11 Sep 2016 11:42 PM (IST)

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जगाधरी वर्कशॉप के जवाहरनगर, न्यू नंदा कालोनी और गड्ढा कालोनी को बसे 35 से 40 साल हो गए हैं, परंतु अब तक इन कालोनियों के पानी की निकासी का प्रबंध नहीं हो सका है। न तो चलने के लिए पक्की सड़के हैं और न ही पानी निकासी के लिए सीवर लाइन। जवाहरनगर का पानी फिलहाल रेलवे के नाले में गिर रहा है, लेकिन कुछ दिन बाद वह भी बंद होने वाला है। क्योंकि रेलवे नाले की जगह नई लाइन बिछाने जा रहा है। ऐसे में कालोनी के लोगों के सामने गंभीर समस्या खड़ी हुई है। गड्ढा कालोनी के लोगों ने रविवार को पार्षद से मुलाकात की और समस्या के निराकरण की मांग की।

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जवाहरनगर, न्यू नंदा कालोनी और गड्ढा कालोनी की आबादी करीब आठ हजार है। गड्ढा कालोनी में चार दशक से बसी है। हजारों की आबादी है, फिर भी पानी निकासी का कोई प्रबंध नहीं। बरसात को हुए कितना समय बीत गया, लेकिन सारा पानी अब तक कालोनी के बीच में ही खड़ा है। गड्ढे पानी से भरे खड़े हैं। उनमें मक्खी-मच्छर पनप रहे हैं। पानी निकासी नहीं होने से कई लोग बीमार भी हैं। पानी के लिए नाली या सीवरेज कुछ भी नहीं है। जिस पानी को शहर से बाहर निकलना चाहिए वह गलियों में बह रहा है या फिर आवरफ्लो होकर लोगों के घरों में घुस चुका है।

सिर्फ आना जाना कर रहे अधिकारी

नगरनिगम के अधिकारियों ने कालोनी की गलियों में चक्कर तो बहुत लगाए परंतु समाधान कुछ नहीं कर पाए। अधिकारी आते हैं और लोगों को आश्वासन का लॉलीपॉप देकर चले जाते हैं। गलियों की इन हालत को देखकर कुछ ही अंदाजा लगा सकते हैं कि छोटे-छोटे बच्चे स्कूल कैसे जाते होंगे। अब ये हालात हैं तो बरसात होने पर कैसे होते होंगे। कालोनी के लोगों की माने तो बरसात होने पर वे घर में कैद होकर रह जाते हैं। उनके घर गलियों से नीचे हैं उन्हें सड़क पर शरण लेनी पड़ती है।

कुछ समय बाद नहीं रहेगी निकासी

जवाहरनगर का गंदा पानी इस वक्त रेलवे लाइन से लगते नाले में जाता है, लेकिन रेलवे अब लाइनों का विस्तार कर रहा है। इसके लिए रेलवे नाले की जगह नई लाइन बिछाने जा रहा है। रेलवे ने नाले के पास खड़े सफेदे के पेड़ों को भी कटवा दिया है। सूत्रों की माने तो अगले डेढ़ से दो माह में लाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यदि नाला खत्म हो गया तो कालोनियों का पानी कहां पर जाएगा। लोगों को यही समस्या दिनरात खाए जा रही है।

लोगों ने पार्षद को दी शिकायत

रविवार को गड्ढा कालोनी के दर्जनों लोगों ने वार्ड पार्षद कर्मबीर को एक मांग पत्र पार्षद कर्मबीर को दिया। उन्होंने पार्षद को बताया कि पानी निकासी नहीं होने से कालोनी में पानी भरा खड़ा है। इसलिए पानी निकासी का प्रबंध कराया जाए। रेलवे द्वारा नई लाइन बिछाने से पानी निकासी की समस्या का समाधान कराया जाए।

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प्लाटों में खड़ा है पानी : मंथन

रामकिशन का कहना है कि गड्ढा कालोनी में पानी निकासी का बिलकुल भी प्रबंध नहीं है। सारा पानी खाली प्लाटों में ही खड़ा हो रहा है। हालात ऐसे हैं कि घरों से बाहर नहीं निकाला जाता।

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दीवारें बैठने का खतरा : र¨वद्र

र¨वद्र का कहना है कि निकासी नहीं होने से सारा पानी घर की दीवारों में ही भर रहा है। 24 घंटे दीवारों में सीलन रहती है। इसलिए हर समय दीवारों के बैठने या गिरने का खतरा मंडराता रहता है।

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नहीं सुन रहे अधिकारी : हरदीप ¨सह

अजय का कहना है कि उनकी समस्या का समाधान कोई भी अधिकारी नहीं करना चाहता। वे पत नहीं कितनी शिकायतें अधिकारियों से कर चुके हैं। आज तक सिर्फ आश्वासन ही मिले, लेकिन काम किसी अधिकारी ने नहीं किया।

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सड़क पर उतरना बाकी : रवि

नदीम का कहना है कि अब सिर्फ सड़क पर उतरना बाकी रह गया है। क्योंकि अधिकारी सिर्फ प्रदर्शन व जाम की भाषा ही समझते हैं। अधिकारी या तो काम नहीं करना चाहते या फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।

हाउस में उठाया था मुद्दा : कर्मबीर

पार्षद कर्मबीर गोंदवाल ने बताया कि उन्होंने नंदा कालोनी, जवाहर नगर व गड्ढा कालोनी की पानी निकासी का मामला 6 सितंबर को हुई नगर निगम हाउस की मी¨टग में उठाया था। यदि लाइन बिछ गई थी पानी की निकासी नहीं होगी और कालोनियां पानी में डूब जाएंगी। रविवार को लोगों ने उन्हें निकासी संबंधी शिकायत दी है। वे सोमवार को इस बारे में निगम कमिश्नर से मिलेंगे।


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