महिला को गलत दवाई देकर करा दिया गर्भपात, कब्र से निकाला गया नवजात का शव
बांबेपुर गांव में झोलाझाप डॉक्टर रफाकत की लापरवाही से गर्भवती का गर्भपात हो गया। परिजनों ने नवजात बच्ची का शव दफना दिया। बाद में इस मामले में आरोपित डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराया गया।
संवाद सहयोगी, प्रतापनगर :
बांबेपुर गांव में झोलाझाप डॉक्टर रफाकत की लापरवाही से गर्भवती का गर्भपात हो गया। परिजनों ने नवजात बच्ची का शव दफना दिया। बाद में इस मामले में आरोपित डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराया गया। अब प्रतापनगर के नायब तहसीलदार व मजिस्ट्रेट तुलसीदास की मौजूदगी में मेडिकल ऑफिसर परमिद्र पाल और एफएसएल टीम ने बच्ची का शव कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए रोहतक भिजवाया।
पीड़ित महिला की ओर से पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, उसके पास पांच साल का बेटा व दो साल की बेटी है। वह अब छह माह की गर्भवती थी। गांव का ही झोलाछाप डॉक्टर रफाकत एक दिन उसके घर पर आकर कहने लगा कि वह उसे बहुत अच्छी लगती है और वह उससे दोस्ती करना चाहता है। साथ ही बात करने के लिए उसे एक मोबाइल भी देना चाहा। क्योंकि वह रिश्ते में चाचा ससुर लगता था, इसलिए उसने मना कर दिया। दो दिन बाद रफाकत उसके घर आकर कहने लगा कि यदि उसने मोबाइल नहीं लिया तो वह उसे गोली मारकर खुद भी आत्महत्या कर लेगा। अपने बच्चे को खतरा देखते हुए उसने डर के कारण फोन ले लिया। लेकिन उसने मोबाइल बंद कर अलमारी में रख दिया। गत माह रफाकत की दुकान पर काम करने वाला आसिफ आकर कहने लगा कि रफाकत काफी बीमार है इसलिए वह उसके पास फोन कर ले। डर के कारण उसने रफाकत के पास फोन कर लिया। वह उसके धमकाने लगा कि वह उसका नाम लेकर आत्महत्या कर लेगा और उसे झूठे केस में फंसा देगा। महिला ने बताया कि आठ तारीख को उसे बुखार हो गया। रफाकत को जब इस बात का पता चला तो वह दवाई देने के बहाने उनके घर की छत पर आ गया। आरोप है कि रफाकत ने उसे दवाई दी और इंजेक्शन भी लगाया। जिसके बाद वह बेहोश हो गई। उसे अगले दिन होश आया तो वह रफाकत की दुकान पर थी। परिजन उसे वहां से लेकर आए। आरोप है कि गलत दवा से उसका छह माह का गर्भपात हो गया। मामले में केस दर्ज कर लिया गया था।
एफएसएल टीम के डॉक्टर चंद्रशेखर ने बताया कि बच्ची की मौत काफी पहले हो चुकी है। शव में कीड़े पनप रहे थे। डिब्बे में बंद कर पोस्टमार्टम के लिए रोहतक भेजा गया है।