वोटर कार्ड नहीं है तो 12 अन्य दस्तावेजों के माध्यम से डाल सकते हैं मतदान : प्रशांत पंवार
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ प्रशासन भी जुट गया है। प्रशासन इस बार अधिक से अधिक मतदान करवाने का दावा कर रहा है।
यमुनानगर : लोकसभा चुनाव की तैयारियों में राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ प्रशासन भी जुट गया है। प्रशासन इस बार अधिक से अधिक मतदान करवाने का दावा कर रहा है। 12 अप्रैल तक वोट भी बनवाए जा रहे हैं। प्रशासन का प्रयास यह है कि कोई भी मतदाता वोट डालने से वंचित न रहे। इसके अलावा मतदाता जागरूकता को लेकर भी प्रशासन अभियान चला रहा है। लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों व मतदान के संबंध में एडीसी प्रशांत पंवार से दैनिक जागरण संवाददाता अवनीश कुमार ने विशेष बातचीत की। सवाल : क्या अब भी वोट बनवाए जा सकते हैं। जवाब : 12 अप्रैल तक वोट बनाये जा रहे हैं। इसके लिए नजदीकी स्कूल या बीएलओ के पास आवेदन किया जा सकता है। चुनाव से पहले वोट बन जाएगा। जो भी मतदाता 18 साल की आयु पूरी कर चुका है वह लोकतंत्र में भागीदारी करे। सवाल : अक्सर बीएलओ नहीं मिलते। ऐसे में लोगों को चक्कर काटने पड़ते हैं। जवाब : जिला निर्वाचन कार्यालय में भी आवेदन किया जा सकता है। इसके अलावा सबसे अच्छा माध्यम ऑनलाइन भी है। मोबाइल पर ही इलेक्शन कमीशन का पोर्टल खोलकर आवेदन किया जा सकता है। सवाल : बूथ और वोट के बारे में कैसे पता लगेगा।
जवाब : निर्वाचन आयोग ने इस बार हेल्पलाइन नंबर 1950 शुरू किया है। इस नंबर पर कॉल कर अपने बूथ व वोट के बारे में जान सकते हैं। यदि लोकल रेंज में हैं, तो सीधे कॉल की जा सकती है। यदि कोई बाहर है, तो उसे अपने क्षेत्र का एसटीडी कोड डालकर कॉल करनी होगी। इस नंबर पर कॉल करते ही पूरी जानकारी मिल जाएगी। सवाल : ऐसा होता है कि दिव्यांग व सर्विस वोटर वोट डालने से रह जाते हैं।
जवाब : इस बार ऐसा नहीं होगा। चुनाव आयोग के दिव्यांग वोटरों की वोट डलवाने के कड़े आदेश हैं। हमने 3406 वोटर भी चिह्नित किए हैं। इन वोटरों को मतदान केंद्र तक लाने के लिए फैसिलिटी दी जाएगी। चाहे वह एंबुलेंस की जरूरत पड़े या फिर व्हील चेयर की। इनका हर हाल में वोट डलवाया जाएगा। इसी तरह से सर्विस वोटरों को ऑनलाइन बैलेट पेपर भेजे जाएंगे। जिसके माध्यम से वह वोट डालेंगे। सवाल : वोटर कार्ड नहीं है। क्या फिर भी वोट डाल सकते हैं।
जवाब : यदि मतदाता का नाम वोटर लिस्ट में है और उसके पास वोटर कार्ड नहीं है, तो 12 तरह के दस्तावेज के माध्यम से वोट डाल सकते हैं। इनमें पासपोर्ट, सर्विस आइकार्ड, बैंक या डाकखाने की पासबुक, मनरेगा जॉब कार्ड, किसी योजना का स्मार्ट कार्ड, हेल्थ इंश्योरेंस का स्मार्ट कार्ड, पेंशन के दस्तावेज फोटो सहित, ऑफिशियल आइडेंडिटी कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड हैं। सवाल : आचार संहिता का उल्लंघन रोकने के लिए कोई विशेष योजना है।
जवाब : इस बार इसमें सिटीजन की भी भागीदारी होगी। इसके लिए सी विजिल एप जारी किया गया है। यदि कोई भी सिटीजन कहीं पर भी कोई हिसा या माहौल बिगड़ते हुए देखता है, तो इसके बारे में इस एप पर फोटो या वीडियो भेजी जा सकती है। 100 मिनट के अंदर प्रशासन को इसका जवाब भी एप पर ही देना होगा। सवाल : पोलिग प्रतिशत बढ़ाने के लिए कोई विशेष योजना है।
जवाब : वैसे तो मतदाता जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। लोगों को वोट डालने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा पिछले चुनावों में जिन बूथों पर पोलिग प्रतिशत कम रहा था। उन बूथों की पहचान कर वहां पर प्रतिशत कम रहने के कारण तलाशे जाएंगे और लोगों को जागरूक किया जाएगा। सवाल : मतदाता जागरूकता अभियान को लेकर किस तरह की तैयारियां हैं।
जवाब : इसके लिए हमने 125 कॉलेजों में इलेक्ट्रोल लिटरेसी क्लब बनाए है। 958 स्कूलों में चुनाव पाठशाला चल रही है। जहां पर चुनाव के बारे में छात्र-छात्राओं को बताया जा रहा है। इसके अलावा जिले के आठ कॉलेजों में मतदाता जागरूकता को लेकर कैंप चलाए जा रहे हैं।