Move to Jagran APP

फैशन का हिस्सा बनी घड़ियां, बड़ी साइज बनी पहली पसंद

फैशन के साथ एक बार फिर से आधुनिक दौर में कलई में बांधने वाली घड़ियों का दौर शुरू हो गया है। खासकर छात्र वर्ग में बड़े यानी ब्राड साइज की घड़ियों को पसंद किया जाने लगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Sep 2018 11:09 PM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 02:59 AM (IST)
फैशन का हिस्सा बनी घड़ियां, बड़ी साइज बनी पहली पसंद
फैशन का हिस्सा बनी घड़ियां, बड़ी साइज बनी पहली पसंद

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : फैशन के साथ एक बार फिर से आधुनिक दौर में कलई में बांधने वाली घड़ियों का दौर शुरू हो गया है। खासकर छात्र वर्ग में बड़े यानी ब्राड साइज की घड़ियों को पसंद किया जाने लगा।

loksabha election banner

इससे पहले जहां कई प्रकार के मोबाइल आ जाने से जैसे घड़ियों का दौर समाप्त होता जा रहा था। हर वर्ग ने घड़ियों से किनारा कर लिया था, क्योंकि मोबाइल से ही घड़ी की कमी पूरी की जा रही थी,। एक फिर बार से फैशन के साथ युवाओं में बड़े साइज की घड़ियों का क्रेज बढ़ गया है।

अधिकांश युवाओं को भा रही

बैग और पाकेट में मोबाइल फोन और अन्य गैजेट पड़े होने की वजह से हम जल्दबाजी में टाइम भी सही तरह से देख नहीं पाते हैं। इन दिनों कारपोरेट और शिक्षा क्षेत्रों में जाने वाले अधिकांश युवा घड़ियों को पहनना पसंद कर रहे हैं। वे अपने व्यक्तित्व से मिलती हुई घड़ियों का चुनाव कर रहे हैं, जो उनके व्यक्तित्व में खूबसूरती लाएं।

पैसे खर्च करने से नहीं कतरा रहे युवा

युवा अपने फैशन एसेसरीज को लेकर ज्यादा पैसा खर्च करने से भी नहीं कतरा रहे हैं। साथ ही वे लोकल कंपनी की घड़ियां पहनने के बजाय ब्रांडेड कंपनी की घड़ियां पहनना पसंद कर रहे हैं। एमएलएन कॉलेज के छात्र विवेक कहते हैं कि उनको घड़ी बांधना अच्छा नहीं लगता था। लेकिन दोस्तों को देखा ताो उनको हुआ कि वे भी लुक चेंज करेंगे। आज के दौर की घड़ी खरीद कर लाए।

दो साल बाद हुआ चलन शुरू

घड़ी विक्रेता सुरेश कुमार बताते हैं कि मोबाइल फोन और अन्य गैजेट के कारण पहले दो साल में घड़ियों का चलन खत्म हो गया था, लेकिन फैशन जगत और मास मीडिया के कारण पिछले छह महीनों में युवाओं का घड़ियों के प्रति रुख बढ़ गया है। युवतियां घड़िया ड्रेस के साथ मै¨चग करके पहनना पसंद कर रही हैं। युवाओं के द्वारा छोटे साइज और लैदर बेल्ट की घड़ियां पहनी जाती थी, लेकिन अब फैशन बदल गया है और स्टाइल भी। अब ग्राहक ब्रांडेड कंपनी की घड़ियां पहनना पसंद कर रहे हैं। कीमत 1000 रुपये से शुरू होकर 6000 हजार रुपये तक है। मार्केट में स्पोर्टी घड़ी की कीमत 1000 से लेकर 5000 रुपये तक है, परेप्चुअल घड़ियों की कीमत 4000 से लेकर 5000 रुपये तक है। वहीं क्रोनोग्राफ घड़ी की कीमत 3000 से शुरू होकर 5000 रुपये में खत्म होती है


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.