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बाइपास पुल के नजदीक रखे सार्वजनिक शौचालय से टोंटी गायब, स्थिति बदहाल

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बाइपास पुल के नजदीक रखे गए सार्वजनिक शौचालयों में टोंटी तक नह

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 11:59 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 11:59 PM (IST)
बाइपास पुल के नजदीक रखे सार्वजनिक शौचालय से टोंटी गायब, स्थिति बदहाल

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बाइपास पुल के नजदीक रखे गए सार्वजनिक शौचालयों में टोंटी तक नहीं है। सफाई के अभाव में बदहाल हो चुके हैं। इनमें गंदगी बिखरी रहती है। यहां के लोगों दैनिक जागरण के बैनर के नीचे एकत्रित हुए। सामूहिक रूप से अपनी समस्या बताई।

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नजदीक कॉलोनी निवासी पवन कुमार, राजेंद्र, विश्वजीत, विभू ने बताया कि दो वर्ष पहले यहां प्रशासन ने सार्वजनिक शौचालय रखे थे। उस समय तो पानी की टंकी के साथ टूंटी भी लगाई गई। जिससे यहां के स्थानीय लोग व राहगीरों के सहूलियत हो। इसके नजदीक एरिया को खुले में शौच मुक्त किया जा सके। इस उद्देश्य के साथ पांच सार्वजनिक शौचालय रखे गए हैं। देखरेख की अभाव में सफाई तक नहीं की जाती है। जिस कारण लोगों को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है। देखरेख की जिम्मेदारी खुद ले निगम

यहां के लोगों का कहना है कि स्थानीय लोगों को इनकी देखरेख सौंपी गई। जिन लोगों को चाबी दी गई। उनका ही इस पर अधिकार हो गया। उनके अलावा दूसरा कोई भी प्रयोग नहीं कर सकता। कारण है कि चाबी इनके पास रहती है। ताले ये अपने प्रयोग के समय ही खोलते हैं। बाकि समय तो ये बंद रहते हैं। इन पर ताले लटके आम देखे जा सकते हैं। इसलिए इनकी देखरेख की जिम्मेदारी निगम की होनी चाहिए। तभी इनका प्रयोग आमजन कर पाएगा। रोजाना जाते हैं हजारों राहगीर

बाइपास पुल के नजदीक से रोजाना हजारों की संख्या में लोगों का आवागमन होता है। लेकिन सार्वजनिक शौचालय साफ नहीं होने से लोग इनका प्रयोग तक नहीं कर पाते। खुले में शौच पर जाने के लिए मजबूर हैं। प्रशासन ने यहां शौचालय की सुविधा दी है, तो इनकी नियमित सफाई कराना भी प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है। अगर यहां सफाई होगी तो लोग इनका प्रयोग कर सकेंगे। टूटी पड़ी हैं कुंडी

शौचालय पर लगे दरवाजों से कुंडी तक गायब हो चुकी हैं। इससे दिक्कत और भी बढ़ी हुई है। कुंडी के अभाव में दरवाजे हर समय खुले रहते हैं। इनकी पुन: मरम्मत कराए जाने की जरूरत है, क्योंकि दो वर्ष से इनकी सुध नहीं ली गई। एक बार लगाने के बाद निगम के किसी अधिकारी ने इस तरफ रूख नहीं किया। इधर भी ध्यान देने की जरूरत है।


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