मोबाइल न देने पर दोस्त की पीट-पीटकर हत्या करने पर दो दोषी करार
तीर्थ नगर एरिया में दोस्त का मोबाइल लेकर न देने पर कोर्ट ने दो लोगों को दोषी करार दे दिया।
संवाद सहयोगी, जगाधरी : तीर्थ नगर एरिया में दोस्त का मोबाइल लेकर न देने पर कोर्ट ने दो लोगों को दोषी करार दे दिया। सोमवार को सैशन जज बिमलेश तंवर की अदालत ने गवाहों को सुनने के बाद हत्या का दोषी करार दिया है। दोषियों को 11 जुलाई को सजा सुनाई जाएगी। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गांव रसुलपुर गुजरान जिला शामली निवासी उमेश, गांव न्यामु जिला मुजफ्फरनगर निवासी अनित, मनोज व गांव बेहड़की सैदाबाद जिला मुजफ्फरनगर के मनोज उर्फ टिकल (27 वर्षीय) आठ मार्च को यमुनानगर में आए। इसी दिन शाम को तीर्थ नगर निवासी पप्पू चौधरी से कमरा किराये पर लिया। वे यहां वुड फैक्ट्री में नौकरी करने आए थे। रात को मनोज उर्फ टिकल ने अनित का मोबाइल ले लिया। जब उसने वापस मांगा, तो उसने मोबाइल देने से इनकार कर दिया। इस कारण उनमें झगड़ा हो गया। इसके बाद अन्य किराएदार ने फोन कर मकान मालिक को इसकी सूचना दी। मकान मालिक ने मौके पर पहुंच कर उन्हें समझाया और कहा कि कल पुलिस थाने में चलेंगे और वहीं कार्रवाई कराएंगे। तब उन्होंने झगड़ा न करने का आश्वासन दिया, तो वह मौके से चला गया। इसके बाद अनित और उमेश ने मनोज उर्फ टिकल को पीटना शुरू कर दिया। पीट-पीट कर उसकी हत्या करा डाली। उसके बाद आरोपित फरार हो गए। पुलिस ने पप्पू चौधरी की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। हत्या के बाद चादर औढ़ाकर हुए फरार
पप्पू चौधरी ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि नौ मार्च को जब वह तीर्थ नगर में किराए के लिए बनाए गए क्वाटर में पहुंचा, तो वहां एक कमरे में व्यक्ति चादर औढ़कर लेटा हुआ था। जब उसने उसे हिलाकर उठाना चाहा, तो वह नहीं उठा। जब उसकी चादर उठाई, तो उसकी टांगों और सिर पर चोट के निशान थे, जो कि मृत पड़ा था। मृतक की शिनाख्त गांव बेहड़की सैदाबाद जिला मुजफ्फरनगर निवासी मनोज उर्फ टिकल के रूप में हुई। पुलिस के मुताबिक आरोपित ने मनोज की हत्या के बाद उसे चादर औढ़ाई और मौके से फरार हो गए। जानकार के कहने पर किराये पर दिया था कमरा
पुलिस को दी शिकायत में पप्पू चौधरी ने कहा कि कुछ दिन पहले उसके जानकार सरसावा निवासी जसविद्र का फोन आया था। जिसने उमेश, अनित, मनोज और मनोज उर्फ टिकल को किराए पर कमरा देने की बात कही थी। आठ मार्च की शाम को चारों उसके पास आए। जिसके बाद उसने उन्हें तीर्थ नगर में किराना की दुकान के ऊपर बने क्वाटर में से एक कमरा किराए पर दे दिया। कुछ समय बाद गांव न्यामु जिला मुजफ्फरनगर निवासी मनोज वहां से चला गया।