ढाई लाख परिवार होंगे मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना के हकदार
स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने के लिए प्रशासनिक स्तर पर काफी प्रयास किए जा रहे हैं।
यमुनानगर: स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने के लिए प्रशासनिक स्तर पर काफी प्रयास किए जा रहे हैं। 113 ग्राम पंचायतों में ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट भी बनवाए गए, लेकिन ऐसे प्लांटों की संख्या कम नहीं हैं जो खुद कचरा बनकर रह गए हैं। ग्राम पंचायतें इनका रख-रखाव नहीं कर पा रही हैं। इसके अलावा गत दिनों मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना का शुभारंभ हो चुका है। विधानसभा चुनाव से पहले इस योजना को हर योग्य पात्र तक पहुंचाने की कोशिश है। इसको लेकर क्या तैयारी की जा रही है। कौन-कौन लोग इस योजना के दायरे में आएंगे, इन सभी बिदुओं को लेकर दैनिक जागरण संवाददाता संजीव कांबोज ने एडीसी कमलेश कुमार भादू से बातचीत की। सवाल : मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना क्या है और कौन लोग इसका लाभपात्र होंगे?
जवाब : योजना के तहत प्रत्येक पात्र परिवार को प्रति वर्ष 6 हजार रुपये के लाभ मिलेंगे। जिस परिवार की मासिक आय 15 हजार रुपये या वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये तक हो तथा 5 एकड़ यानि दो हेक्टेयर तक कृषि योग्य भूमि हो, वे परिवार इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पंजीकरण के लिए परिवार के मुखिया को एक साधारण फॉर्म भरना होगा। परिवार के सदस्यों के व्यवसाय, आय इत्यादि बिदुओं पर प्राथमिक विवरण उपलब्ध करवाना होगा। पंजीकरण के लिए फॉर्म कॉमन सर्विस सेंटर, अंत्योदय केंद्रों, सरल केंद्रों तथा खजाना कार्यालयों इत्यादि में उपलब्ध होगा। यहां फॉर्म भरने में भी आवेदकों की मदद की जाएगी। सवाल : जिले में कितने परिवार इस योजना के दायरे में आ सकते हैं। अभी तक कितने रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
जवाब : जिले की आबादी करीब 12 लाख है। उम्मीद है करीब ढाई लाख परिवार इस योजना के दायरे में आएंगे। 15 हजार रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इस पर तेजी से काम चल रहा है। सवाल : यदि किसी परिवार में पहले से पेंशन धारक हैं, क्या उस परिवार को योजना का लाभ मिलेगा?
जवाब : बुढ़ापा पेंशन या अन्य किसी पेंशन से इसका कोई संबंध है। यह योजना अलग है। आवेदक नियमों को पूरा करे, उसको लाभ मिलेगा। सवाल : स्वच्छ भारत अभियान के तहत 113 ग्राम पंचायतों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाए हुए हैं। काफी पंचायतें ऐसी हैं जहां ये प्लांट सही तरीके से चालू नहीं हैं।
जवाब : ऐसा नहीं है। 10-15 प्लांट ही ऐसे हैं जिनमें सही ढंग से काम नहीं किया जा रहा है। इन ग्राम पंचायतों को निर्देश दिए जा चुके हैं। हमारा प्रयास है कि सभी प्लांट बेहतर तरीके से चलें और गांव पूरी तरह स्वच्छ रहे। सभी ग्राम पंचायतों में यह व्यवस्था की जाएगी। सवाल : तालाबों की स्थिति के सुधार के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
जवाब : जल शक्ति अभियान के तहत तालाबों को नवीनीकरण किया जा रहा है। गलियों में बहने वाला पानी अब सीधे तालाब में जाएगा। थ्री-पोंड व फाइव पोंड को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। ग्राम पंचायत बैंडी मिशाल है। सवाल : ओवरलोड रोकने के लिए घाटों पर धर्मकांटे लगवाए जाने की योजना कहां तक पहुंची?
जवाब : यह सरकार के स्तर का मामला है। हमारा प्रयास रहता है कि सड़कों पर ओवरलोड वाहन न चलें। इसके लिए चेकिग की जाती है और चालान भी किए जाते हैं।