बिना रिफ्लेक्टर टेप के नहीं होगी वाहनों की पासिग
सर्दी का मौसम शुरू होते ही हादसों की आशंका बढ़ जाती है। सबसे अधिक दुर्घटनाएं फॉग की वजह से होती हैं। ऐसे में वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप होना अनिवार्य हो जाता है ताकि धुंध में दूर से ही वाहन नजर आ सके। इसे देखते हुए ही अब आरटीए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सर्दी का मौसम शुरू होते ही हादसों की आशंका बढ़ जाती है। सबसे अधिक दुर्घटनाएं फॉग की वजह से होती हैं। ऐसे में वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप होना अनिवार्य हो जाता है, ताकि धुंध में दूर से ही वाहन नजर आ सके। इसे देखते हुए ही अब आरटीए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। अब बिना रिफ्लेक्टर टेप वाले वाहनों की पासिग नहीं कराने का निर्णय लिया है। अब केवल उन्हीं वाहनों की पासिग होगी, जिन पर रिफ्लेक्टर टेप लगी होगी।
कई दिनों से वातावरण में स्मॉग छाया हुआ है। इससे दृश्यता कम हो रही है। सुबह के समय भी वाहनों को लाइट जलाकर चलाना पड़ रहा है। आगे सर्दी अधिक बढ़ जाएगी। इसमें सुबह व शाम के समय कोहरा छाने लगेगा। ऐसे में वाहन चालकों को और भी दिक्कत आएगी। वाहन दूर से ही आता दिखाई दें। इसलिए ही प्रशासन वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप लगवाता है।
खुद लगवानी होगी टेप
आरटीए प्रशासन हर बुधवार व महीने के दो शुक्रवार को वाहनों की पासिग कराता है। एक बार में करीब 200 से 250 वाहनों की पासिग होती है। इसे देखते हुए ही अब आरटीए ने वाहनों पर पहले रिफ्लेक्टर टेप लगवाने का निर्णय लिया है। यह वाहन चालक को खुद ही लगवानी होगी। इसके बाद ही पासिग कराई जा सकेगी। आरटीए सचिव सुरेंद्र रेढू ने बताया कि इसका उद्देश्य यह है कि वाहन चालक जागरूक हों। रिफ्लेक्टर टेप लगाने से धुंध के मौसम में दूर से वाहन नजर आ जाता है। इससे काफी हद तक हादसों पर रोक लगेगी। हर वाहन चालक को सर्दी के मौसम में इसका प्रयोग करना चाहिए।