व्यापारी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने उठाया, मचा किडनै¨पग का शोर
शहर के फर्नीचर व्यापारी का रात करीब नौ बजे अपहरण हो गया। परिजनों को पता लगा तो वह तुरंत पुलिस के पास पहुंचे। व्यापारी के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस अलर्ट हो गई और तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। बाद में सामने आया कि व्यापारी को उत्तर प्रदेश पुलिस लेकर गई थी। उस पर उत्तर प्रदेश में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : शहर के फर्नीचर व्यापारी का रात करीब नौ बजे अपहरण हो गया। परिजनों को पता लगा तो वह तुरंत पुलिस के पास पहुंचे। व्यापारी के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस अलर्ट हो गई और तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। बाद में सामने आया कि व्यापारी को उत्तर प्रदेश पुलिस लेकर गई थी। उस पर उत्तर प्रदेश में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है।
ईएसआइ अस्पताल के पास एक व्यापारी का फर्नीचर का शोरूम है। बताया जाता है कि रात को वह अपने दोस्त के साथ ईएसआइ के सामने टिक्की की रेहड़ी पर खड़े थे। इस दौरान कार में कुछ लोग आए और उन्हें जबरन कार में बिठाने लगे। उनके दोस्त ने विरोध किया, तो उसे धक्का देकर नीचे गिरा दिया। कार में चार-पांच लोग थे। इसके बाद कार में व्यापारी को लेकर चले गए।
उनके दोस्त ने तुरंत व्यापारी के परिजनों को बताया। शोर मच गया कि व्यापारी का किडनैप हो गया है। परिजन व उसका दोस्त अर्जुन नगर चौकी में पहुंचे। जहां उन्होंने अपहरण होने की बात कही।
पुलिस किडनै¨पग की बात पर तुरंत अलर्ट हो गई। सीआइए स्टाफ को भी बुलवाया गया। बाद में पता किया गया, तो जानकारी मिली कि व्यापारी के भांजा भी यहीं रहता है। जो लोग व्यापारी को लेकर गए थे। वह यूपी पुलिस थी। उनके भांजे ने उत्तर प्रदेश व राजस्थान में प्लाई का कारोबार किया था। बताया जा रहा है कि यहां पर उसने ढाई करोड़ की धोखाधड़ी की। जिसका मामला भी वहां पर दर्ज है। इस मामले में ही पुलिस आई थी।
कोट्स :
अर्जुन नगर चौकी इंचार्ज बलजीत कौर ने बताया कि व्यापारी के परिजन उनके पास आए थे। बाद में पता लगा कि उत्तर प्रदेश पुलिस उसे लेकर गई थी। व्यापारी का भांजा यही रहता है। उसके बारे में ही पूछताछ करने के लिए पुलिस लेकर गई थी। बाद में व्यापारी को छोड़ दिया गया।