छात्रा ने शिक्षक पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप
बाल कल्याण समिति की टीम व पुलिस भी असमंजस में पड़ गई कि मामला छात्रा से छेड़छाड़ का है या फिर प्रिसिपल की ट्रांसफर रुकवाने का। समिति सदस्यों ने पीड़ित छात्रा व स्कूल के अन्य बच्चों से बात की।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : महर्षि विद्या मंदिर जगाधरी के शिक्षक पर नौवीं कक्षा की छात्रा ने अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया है। इससे गुस्साए परिजनों ने भारतीय किसान यूनियन के साथ शनिवार सुबह स्कूल में हंगामा कर दिया। थोड़ी देर बाद परिजन प्रिसिपल की ट्रांसफर मध्यप्रदेश में किए जाने का विरोध करने लगे। मौके पर मौजूद बाल कल्याण समिति की टीम व पुलिस भी असमंजस में पड़ गई कि मामला छात्रा से छेड़छाड़ का है या फिर प्रिसिपल की ट्रांसफर रुकवाने का। समिति सदस्यों ने पीड़ित छात्रा व स्कूल के अन्य बच्चों से बात की। समाचार लिखे जाने तक छात्रा के परिजनों ने थाने में शिकायत नहीं दी थी। कक्षा में रोक कर की थी अश्लील हरकत : जगाधरी निवासी महिला ने बताया कि उसकी बेटी महर्षि विद्या मंदिर की नौवीं कक्षा में पढ़ती है। चार अगस्त को बेटी स्कूल से घर आई तो रो रही थी। पूछने पर उसने बताया कि हिदी अध्यापक ने कक्षा में सब बच्चों के जाने के बाद उसे रोक लिया और गले लगाकर अश्लील हरकतें की। इससे पहले भी वह दो बार ऐसा कर चुका था, लेकिन उसने किसी को नहीं बताया था। अगले दिन परिजन स्कूल में पहुंचे और प्रिसिपल चंद्रदीप दुबे व ट्रस्ट के डायरेक्टर से बात की। शिक्षक द्वारा भविष्य में ऐसी हरकत न किए जाने की बात से दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। दूसरी छात्रा के घर फोन कर मां को चरित्रहीन बताया : महिला ने बताया कि समझौता होने के कुछ दिन बाद आरोपित शिक्षक ने बेटी की सहेली की मां को फोन किया। महिला ने आरोप लगाया कि शिक्षक ने उसे चरित्रहीन बताया। यह बात खुद बेटी ने उन्हें बताई। वे दोबारा स्कूल में आई तो उसने फोन करने की बात से मना कर दिया। इस पर उसने 23 अगस्त को बाल कल्याण समिति को शिकायत कर दी। शुक्रवार को ही उन्हें पता चला कि संस्था ने आरोपित पर तो कार्रवाई नहीं की, लेकिन प्रिसिपल का ट्रांसफर मध्यप्रदेश कर दिया।
स्कूल में की नारेबाजी : छात्रा के परिजन शनिवार सुबह स्कूल पहुंच गए। कुछ देर बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता कृष्णपाल सुढैल भी टीम के साथ आ गए। भाकियू नेताओं ने स्कूल में नारेबाजी कर दी। सभी ने प्रिसिपल की ट्रांसफर नहीं करने की बात कही। बाल कल्याण समिति की सदस्य डॉ. अंजू बाजपेयी व एसएचओ सिटी जगाधरी भी टीम के साथ स्कूल में पहुंच गए। अंजू बाजपेयी की टीम ने स्कूल के मेडीटेशन हॉल में सातवीं, आठवीं व नौवीं कक्षाओं की छात्राओं से अलग-अलग बात की। साथ ही उनके बयान भी दर्ज किए। जिसमें छात्राओं ने शिक्षक पर लगे आरोपों को निराधार बताया। आरोपित टीचर के छुट्टी पर होने से टीम उनसे नहीं मिल सकी।