मजदूरों के चुनावी जोश से अनाज मंडियों में ठंडा पड़ा गेहूं का उठान
लोकसभा चुनाव का असर जिले की अनाज मंडियों में भी दिखने लगा है। बिहार से आए मजदूर वोट डालने के लिए वापस गांव लौट गए हैं या फिर आए ही नहीं। इससे गेहूं का उठान धीमा पड़ गया है। वहीं जो स्थानीय मजदूर थे वो गेहूं कटाई में लगे हुए हैं। अधिकारी यहां-वहां संपर्क कर मजदूरों का प्रबंध करने में जुटे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल रही।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : लोकसभा चुनाव का असर जिले की अनाज मंडियों में भी दिखने लगा है। बिहार से आए मजदूर वोट डालने के लिए वापस गांव लौट गए हैं या फिर आए ही नहीं। इससे गेहूं का उठान धीमा पड़ गया है। वहीं जो स्थानीय मजदूर थे वो गेहूं कटाई में लगे हुए हैं। अधिकारी यहां-वहां संपर्क कर मजदूरों का प्रबंध करने में जुटे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल रही। उठान कम होने व आवक तेज होने से मंडियों में गेहूं के अंबार लगने के कारण जाम की स्थित पैदा हो गई है। मंडी में किसानों को गेहूं की फसल डालने के लिए जगह नहीं मिल पा रही। मंगलवार शाम तक जिला के सभी 13 अनाज मंडियों में 118427 मीट्रिक टन गेहूं आ चुका था। इसमें से महज 68787 एमटी गेहूं का ही उठान हो सका है। एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे आढ़ती
इस समय अनाज मंडियों में लाखों टन गेहूं के कट्टे खुले आसमान के नीचे पडे़ हुए है। जिनको कम लेबर के कारण समय पर नहीं उठाया जा सका है। मंडी के आढ़ती अपनी दुकानों पर प्रवासी मजदूरों की लेबर जुटाने के भरसक प्रयास करते नजर आ रहे है। लेकिन बिहार में इस बार तीन चरणों में हो रहे लोकसभा चुनावों के चलते उन्हें लेबर जुटाने के लिए एडी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। एक दूसरे की लेबर से चला रहे काम
बिहार से शहर की मंडी में मजदूरी करने आए मजदूर सुनील, गौरी शंकर, जगजीत, राजकुमार, रामनाथ, मिटा ने बताया कि गेहूं के सीजन में इस बार बिहार में लोकसभा चुनाव है। जिस कारण इस बार कम संख्या में मजदूर मंडियों में आए है। पहले हर आढ़ती की दुकान पर गेहूं की ढुलाई के लिए अपनी लेबर होती थी। लेकिन इस बार चार-चार आढ़तियों के पास मात्र एक लेबर है। जिससे आढ़ती अपना काम चला रहे है। कम लेबर के कारण मंडी में गेहूं का उठान समय पर नहीं हो पा रहा है। पिछले वर्ष हर आढ़ती के पास मंडी में अपनी लेबर थी। जिस कारण मंडी में पिछले वर्ष समय पर गेहूं के कट्टों का उठान हुआ था। लेबर नहीं होने से दिक्कत
रादौर अनाज मंडी में गेहूं की उठान के ठेकेदार महिद्रपाल टीना ने बताया कि उनके पास मंडी में गेहूं की उठान का ठेका है। लेकिन मंडी में आढ़तियों के पास गेहूं की उठान के लिए पर्याप्त संख्या में लेबर नहीं है। मंडी में गेहूं की उठान के लिए पर्याप्त संख्या में उनके पास ट्रक मौजूद है। अनाज मंडी रादौर के प्रधान संजय गुप्ता ने बताया कि लोकसभा चुनावों के कारण मंडी में लेबर की समस्या आ रही है। जहां दिक्कत आती है गाड़ी भेज देते हैं
गेहूं खरीद सीजन कुछ दिन के लिए होता है। इसलिए सभी किसान एक साथ अनाज मंडी में गेहूं लेकर आ जाते हैं। इसके अलावा खराब मौसम के डर से किसान मजदूरों की बजाय कंपाइन से गेहूं कटवा रहे हैं। जहां पर उठान में दिक्कत आती है वहां पर ज्यादा गाड़ी भेज देते हैं। मंगलवार शाम तक अनाज मंडियों में हुई गेहूं की खरीद व उठान।
मंडी खरीद उठान प्रतिशत
बिलासपुर 10274 5371 52
छछरौली 11766 2682 23
गुमथला राव 3325 2515 76
जगाधरी 22101 16266 74
जठलाना 1897 1254 66
खारवन 2216 1822 82
प्रताप नगर 7889 2100 27
सरस्वती नगर 24545 13300 54
रादौर 21612 8689 40
रणजीतपुर 1323 607 46
रसूलपुर 3087 2267 73
साढौरा 7639 3869 51
यमुनानगर 753 300 40