स्वामी विवेकानंद चेतना ट्रस्ट के कर्मियों से लूट की वारदात का खुलासा, दो आरोपित धरे
स्वामी विवेकानंद चेतना ट्रस्ट के कर्मचारियों से लूट के मामले को सीआइए टू ने सुलझा दिया है। लूटपाट करने के आरोपितों की पहचान मनदीप निवासी खेड़ी रांगड़ान व शौकीन निवासी अमरपुरी कॉलोनी के रूप में हुई है। इनका एक साथी सचिन निवासी ससौली फरार है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
स्वामी विवेकानंद चेतना ट्रस्ट के कर्मचारियों से लूट के मामले को सीआइए टू ने सुलझा दिया है। लूटपाट करने के आरोपितों की पहचान मनदीप निवासी खेड़ी रांगड़ान व शौकीन निवासी अमरपुरी कॉलोनी के रूप में हुई है। इनका एक साथी सचिन निवासी ससौली फरार है। आरोपितों ने कर्मचारियों को बंधक बनाकर पांच हजार रुपये लूटे थे। इस मामले में फर्कपुर थाने में केस दर्ज हुआ था।
पतंजलि गोगा माड़ी निवासी रणधीर ¨सह ने बताया था कि वह और उसका साथी आशुतोष निवासी राजेपुर जिला पूर्वी चंपारन बिहार के साथ स्वामी विवेकानंद चेतना ट्रस्ट के नाम पर चंदा इकट्ठा करते हैं। आशुतोष देख नहीं सकता। दोनों ट्रस्ट के नाम से वर्कशॉप रोड पर पर्चियां काट रहे थे। इस दौरान उनके पास एक बुलेट व दूसरी स्पलेंडर बाइक पर तीन युवक आए। आरोप है कि तीनों लड़कों ने जबरन उन्हें बाइकों पर बिठा लिया और ससौली रोड की ओर सुनसान जगह पर ले गए। वहां उनसे चंदे के पांच हजार रुपये लूट लिए और फरार हो गए। सोमवार को इस मामले में फर्कपुर थाने में केस दर्ज हुआ था। इस केस की जांच सीआइए टू को दी गई थी।
सीआइए टू के इंचार्ज श्रीभगवान ने बताया कि लूटपाट करने वाले आरोपितों के बारे में सूचना मिली थी। जिस पर टीम ने दबिश दी और कांसापुर से दो आरोपितों मनदीप व शौकीन को पकड़ा लिया। उनके कब्जे से लूट में शामिल स्पलेंडर बाइक भी बरामद की गई। इनके साथ सचिन भी शामिल था। बुलेट उसकी है। फिलहाल वह फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
पांच एकड़ जमीन है मनदीप के पास
लूट के आरोपित मनदीप के पास पांच एकड़ जमीन है। स्मैक का नशा करने का आदि है। इस वजह से ही वह सचिन व शौकीन के संपर्क में आया। शौकीन नाई का कार्य करता है। पुलिस के मुताबिक, यह सभी सचिन के खेत पर बैठते हैं और वही स्मैक का नशा करते हैं। ट्रस्ट की पर्ची काट रहे कर्मचारियों को इन्होंने वर्कशॉप रोड पर देखा था। इनमें से एक अंधा था। जिस कारण आरोपितों ने लूट की योजना बनाई।