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निगम के एसई से शिकातय के बाद भी नहीं हुई स्ट्रीट लाइट ठीक

शहर में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था का बंटाधार हो चुका है। शायद ही कोई ऐसा गली मोहल्ला होगा जहां पर सभी स्ट्रीट लाइट जगमगाती हो। आलम यह है कि नगर निगम के एसई आनंद स्वरूप को शिकायत करने के बाद व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 07:20 AM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 07:20 AM (IST)
निगम के एसई से शिकातय के बाद भी नहीं हुई स्ट्रीट लाइट ठीक
निगम के एसई से शिकातय के बाद भी नहीं हुई स्ट्रीट लाइट ठीक

संवाद सहयोगी, जगाधरी: शहर में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था का बंटाधार हो चुका है। शायद ही कोई ऐसा गली मोहल्ला होगा, जहां पर सभी स्ट्रीट लाइट जगमगाती हो। आलम यह है कि नगर निगम के एसई आनंद स्वरूप को शिकायत करने के बाद व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है। जबकि हर महीने शहर में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को दरूस्त रखने के लिए निगम की ओर से पौने तीन लाख रुपये से ज्यादा खर्च किया जा रहा है। शहरवासियों का कहना है कि अधिकारी उनकी सुनते नहीं, ठेकेदार व कर्मचारी आकर नहीं देखते।

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सिविल लाइन स्थित इशोपुर कालोनी निवासी केवल कृष्ण, चमन लाल, सुभाष व रमेश ने बताया नौ अक्टूबर की शाम को फोन के जरिए नगर निगम के एसई आनंद स्वरूप को सिविल लाइन स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सामने ईशापुर कालोनी में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट ठीक करवाने के लिए शिकातय दी गई। जिसके बाद उन्होंने संबंधित जेई को लाइन पर लेकर जल्द लाइट ठीक करने के हिदायत दी। लेकिन अभी तक लाइट ठीक नहीं हुई है। इससे साफ जाहिर है कि अधिकारी एक दूसरे के निर्देश को कितनी तव्वजों देते हैं। ईशापुर कालोनी में पिछले छह महीने से लाइट खराब पड़ी हुई है। मोनिटरिग के नाम पर खानपूर्ति:

शहर मे खराब पड़ी लाइटों की मोनिटरिग के नाम पर खानपूर्ति हो रही है। शहर की हर गली मोहल्ले में लाइटें खराब पड़ी हुई है। सबसे ज्यादा खराब हालत पुराना बिलासपुर रोड, सिविल लाइन, गौरीशंकर कालोनी, ईशापुर कालोनी, मुखर्जी पार्क, द्वारकापकुरी, श्यामसुंदरपुरी सहित अन्य क्षेत्रों में हैं। निगम अधिकारियों का दावा है कि लाइट व्यवस्था को दरूस्त रखने के लिए हर महीने एक लाख 83 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं। बावजूद इसके शहर में अधिकांश लाइटें खराब पड़ी हुई है। अपने स्तर पर कर रहे व्यवस्था:

शहरवासियों का कहना है कि अगर निगम के भरोसे रहेंगे, तो पूरा शहर अंधेरे में डूब जाएगा। इसलिए लोगों ने अपने स्तर पर व्यस्था शुरू कर दी है। इसके लिए लोगों ने अपने घरों व दुकानों के बाहर बल्ब लगाकर रात में उसे जलता छोडऩे का निर्णय लिया है। ऐसा करने से जहां उनके घर, दुकान व गली में रोशनी रहेगी। दोबारा एसडीओ को बोल देता हूं, हो जाएगी लाइट ठीक

नगर निगम के एसई आनंद स्वरूप का कहना है कि लाइट ठीक करवाने बारे एसडीओ को बोल देता हूं। जल्द ही लाइट ठीक हो जाएगा। अभी तक लाइट क्यों ठीक नहीं हुई। यह कारण भी पूछा जाएगा।


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