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भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व : सहगल

सेंट लोरेंस स्कूल में बृहस्पतिवार को गोवर्धन पूजा व विश्वकर्मा दिवस मनाया गया। निदेशक डॉ. एमके सहगल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व है। विश्वकर्मा को शिल्प का देवता माना जाता है। उनकी पूजा करके सुख, समृद्धि की कामना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि उन्होंने सतयुग में सोने की लंका, त्रेतायुग में द्वारका और द्वापर युग में हस्तिनापुर शहर का निर्माण किया। कार्यालयों व वर्कशॉप में विश्वकर्मा की पूजा की जाती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Nov 2018 05:32 PM (IST)Updated: Thu, 08 Nov 2018 05:32 PM (IST)
भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व : सहगल
भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व : सहगल

जागरण संवाददाता, जगाधरी : सेंट लोरेंस स्कूल में बृहस्पतिवार को गोवर्धन पूजा व विश्वकर्मा दिवस मनाया गया। निदेशक डॉ. एमके सहगल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व है। विश्वकर्मा को शिल्प का देवता माना जाता है। उनकी पूजा करके सुख, समृद्धि की कामना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि उन्होंने सतयुग में सोने की लंका, त्रेतायुग में द्वारका और द्वापर युग में हस्तिनापुर शहर का निर्माण किया। कार्यालयों व वर्कशॉप में विश्वकर्मा की पूजा की जाती है।

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चेयरपर्सन डॉ. रजनी सहगल ने कहा कि गोवर्धन पूजा ¨हदुओं का पवित्र त्योहार है। दीवाली के दूसरे दिन यह पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने आज के दिन इंद्र देवता का मानमर्दन कर गिरिराज गोवर्धन की पूजा की थी। इस मौके पर ¨प्रसिपल आरएस वधवा, वाइस ¨प्रसिपल डॉ. जीबी गुप्ता, मुख्य प्रबंधक गगन, विक्रांत गुलाटी आदि उपस्थित थे।


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