दक्षिण हरियाणा को मिलेगा ज्यादा पानी, दादुपुर से हमीदा हेड तक बनेगी पैरलर लाइन चैनल
नहरों के जरिए दक्षिण हरियाणा को अब अधिक पानी उपलब्ध कराने की
संजीव कांबोज, यमुनानगर : नहरों के जरिए दक्षिण हरियाणा को अब अधिक पानी उपलब्ध कराने की तैयारी है। इसके लिए सिचाई विभाग ने दादुपुर हेड से लेकर हमीदा हेड यमुनानगर तक पश्चिमी यमुना नहर के साथ-साथ पैरलर लाइन चैनल बनाने का निर्णय लिया है। विभागीय स्तर पर इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। यह चैनल हमीदा हेड पर अगमनटेशन चैनल (आवर्धन नहर) से जुड़ेगा। इसके लिए आवर्धन नहर की क्षमता बढ़ाई जाएगी। बता दें कि आवर्धन नहर हमीदा हेड से करनाल के मुनक हेड तक जाकर मिल जाती है। नहर के साथ सिचाई विभाग की जमीन
सिचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस परियोजना के लिए अतिरिक्त जमीन एक्वायर करने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि पश्चिमी यमुना नहर के साथ-साथ विभाग की जमीन खाली पड़ी है। इस जमीन पर कहीं अवैध कब्जे हैं तो कहीं घास-कबाड़ उगा हुआ है। इसके साथ-साथ पहले ही बह रही पश्चिमी यमुना नहर को भी नया रूप दिए जाने की योजना है। इस परियोजना पर करीब 400 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वर्ष-2024 तक इस परियोजना को पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हमीदा हेड पर आवर्धन नहर से जुड़ेगा चैनल
दादुपुर से शुरू होकर यह चैनल हमीदा हेड पर पहले से बह रही आवर्धन नहर में मिल जाएगा। इसके लिए आवर्धन नहर की क्षमता में बढ़ोत्तरी की जाएगी। हमीदा हेड से करनाल के मूनक हेड तक करीब 67 किमी लंबी इस नहर की क्षमता अभी 4500 क्यूसेक है। जो बढ़कर छह हजार क्यूसेक हो जाएगी। इसमें पानी 3000-3200 क्यूसिक के आसपास ही चल पाता है। नहर के दोनों किनारों को तोड़कर दोबारा बनाया जाएगा। नहर का 20 किमी हिस्सा यमुनानगर जिले में है जबकि बाकी करनाल डिवीजन के अंतर्गत आता है। रास्ते में पड़ने वाले कई पुल व पुलियों को भी बदले जाने की भी योजना है। आवर्धन की चौड़ाई बढ़ाने पर भी करीब 600 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। आवर्धन नहर के बारे में जानिए
दक्षिण हरियाणा के विभिन्न जिलों में पानी पहुंचाने के लिए 1969-70 में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल ने 1969-70 में आवर्धन नहर खुदाई कराई थी। नहर का उद्गम स्थल हमीदा हेड है। यहां से आवर्धन नहर पश्चिमी यमुना नहर से अलग हो रही है। ठसका तक यह नहर जिले में आता है। दादुपुर हेड से लेकर हमीदा हेड यमुनानगर तक पश्चिमी यमुना नहर के साथ-साथ पैरलर लाइन चैनल बनाने की योजना है। सरकार का उद्देश्य नहरों के माध्यम से दक्षिण हरियाणा को अधिक पानी उपलब्ध कराना है। यह परियोजना वर्ष- 2024 तक पूरी करने का लक्ष्य है।
विनोद कुमार, एक्सइएन, सिचाई विभाग।