गुरुपर्व पर आधी रात को छह लाख श्रद्धालुओं ने कपालमोचन में लगाई आस्था की डुबकी
कार्तिक पूर्णिमा के स्नान से पहले कपालमोचन में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सोमवार रात 12 बजने के बाद पंजाब हरियाणा आदि जगहों के लाखों श्रद्धालुओं ने स्नान किया। छह लाख लोगों आस्था की डुबकी लगाई
जागरण संवाददाता, कपालमोचन : कार्तिक पूर्णिमा के स्नान से पहले कपालमोचन में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सोमवार रात 12 बजते ही पंजाब, हरियाणा समेत विभिन्न जगहों से आए श्रद्धालुओं ने कपालमोचन, ऋणमोचन और सूरजकुंड सरोवरों में स्नान किया। छह लाख लोगों ने सरोवरों में आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने एक दूसरे को गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव की बधाई दी।
सोमवार सुबह से ही मेला में भीड़ बढ़ने लगी थी। पहले दिन तक मेला में बहुत कम श्रद्धालु पहुंचे थे, जिस कारण मेले की रौनक फीकी रही, परंतु स्नान से पहले मेले में भीड़ बढ़ गई। शाम होते-होते मेले में इतनी भीड़ हो गई की सड़कों पर पांव रखने तक की जगह नहीं थी। जहां देखो वहां श्रद्धालु ही नजर आ रहे थे। जो श्रद्धालु बाहर से आर थे उन्होंने शाम को सबसे पहले मेला में लगी दुकानों पर खरीददारी की। इसके बाद जहां वे ठहरे हुए थे, वहां उन्होंने आराम किया। रात साढ़े 11 बजे तक सड़कों पर सन्नाटा सा पसर गया, जैसे ही 12 बजे गुरुद्वारा पहली एवं दसवीं पातशाही में आतिशबाजी की गई। आधी रात को हुई आतिशबाजी देखने लायक थी। आतिशबाजी श्रद्धालुओं के लिए संकेत था कि कार्तिक पूर्णिमा शुरू हो चुकी है और अब वे सरोवरों में स्नान कर सकते हैं। अर्धनग्न शरीर पर चादर ओड कर श्रद्धालु सरोवरों की तरफ बढ़ चले। बिछड़ने के डर से श्रद्धालुओं ने एक दूसरे का पल्लू व हाथ पकड़ रखा था। आधी रात को हो रही ठंड भी श्रद्धालुओं की आस्था को कम नहीं कर सकी। श्रद्धालुओं ने तीनों सरोवरों में स्नान किया और वाहनों में बैठ कर अपने घर की तरफ रवाना हो गए। आज मेले में आसपास के गांवों और विभिन्न जिलों से आए लोग मेला में पहुंचेंगे।
डीसी मुकुल कुमार ने मेले में आए श्रद्धालुओं को गुरु नानक देव के प्रकाशोत्सव की बधाई देते हुए बताया कि अब तक मेला शांतिपूर्ण चल रहा है। प्रशासन ने मेला के आयोजन के लिए सभी तैयारी पहले ही पूरी कर ली थी।