हरकत में प्रशासन, 16 ब्लैक स्पॉट पर लगाए साइन बोर्ड व रिफ्लेक्टर
जींद में ट्रक और ऑटो की भिड़ंत में दस युवकों की मौत की घटना के बाद से ही व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। दैनिक जागरण ने भी स्थानीय स्तर पर ब्लैक स्पॉट व सड़कों की खामियों को उठाया था।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जींद में ट्रक और ऑटो की भिड़ंत में दस युवकों की मौत की घटना के बाद से ही व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। दैनिक जागरण ने भी स्थानीय स्तर पर ब्लैक स्पॉट व सड़कों की खामियों को उठाया था। अब आरटीए प्रशासन भी हरकत में आया है। इसके तहत ही स्कूलों में, ट्रक यूनियनों व ऑटो यूनियनों के साथ मिलकर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। शुक्रवार को भी टीम ने नए यातायात नियमों के बारे में छात्र-छात्राओं व ऑटो चालकों को जागरूक किया।
44 ब्लैक स्पॉट में से 16 पर कराया कार्य
रोड सेफ्टी की बैठक में 44 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए थे। इनमें से अधिकतर ब्लैक स्पॉट वह थे, जहां पर साइन बोर्ड नहीं लगे हैं। विभाग ने इस पर भी कार्य करना शुरू कर दिया है। 16 ब्लैक स्पॉट पर कैटल आइ, येलो व सफेद पट्टी और साइन बोर्ड लगाए गए हैं। कुछ जगहों पर ब्लाइंड मोड़ थे, वहां पर डायवर्जन किया गया है। अन्य जगहों पर कार्य के लिए भी संबंधित विभागों को नोटिस दिया गया है।
ओवरलोड में भी कमी आने का दावा
नए ट्रेफिक नियम आने के बाद से ही ओवरलोड पर भी अंकुश लगा है। हर माह 150 से 200 चालान आरटीए करने का दावा कर रहा है। आरटीए प्रशासन की मानें, तो दो दिनों में जो कार्रवाई की गई। उसमें गाड़ियों में मात्र चार से आठ टन ओवरलोड मिला है। यह नए ट्रेफिक नियमों के जुर्माने के डर की वजह से हो रहा है। पहले 50 से 60 टन ओवरलोड चेकिग में मिल रहा था। अब यातायात नियमों का जुर्माना बढ़ गया है। इससे चालान होने पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। इसका उद्देश्य लोगों को नियमों का पालन करने के प्रति जागरूक करना है। ब्लैक स्पॉट पर भी कार्य कराए जा रहे हैं। जल्द ही विभाग की ओर से स्कूलों में यातायात नियमों को लेकर प्रतियोगिताएं भी कराई जाएगी।
-सुरेंद्र रेढू , सहायक सचिव