डिजिटल गांव चुने गए बहरामपुर के ग्रामीणों को पढ़ाया वित्तीय समावेशन का पाठ
डिजिटल गांव के रूप में चुने गए बहरामपुर में वित्तीय समावेशन जागरूकता कार्यक्रम हुआ। जिसमें ग्रामीणों को वित्तीय प्रबंधन निश्शुल्क कंप्यूटर कोर्स बचत व बैंक खातों के रखरखाव और दैनिक जीवन में डिजिटल साक्षरता के बारे में जानकारी दी गई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
डिजिटल गांव के रूप में चुने गए बहरामपुर में वित्तीय समावेशन जागरूकता कार्यक्रम हुआ। जिसमें ग्रामीणों को वित्तीय प्रबंधन, निश्शुल्क कंप्यूटर कोर्स, बचत व बैंक खातों के रखरखाव और दैनिक जीवन में डिजिटल साक्षरता के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में बैंक अधिकारी, अटल सेवा केंद्रों के जिला प्रबंधक व जिला समन्वयक पहुंचे।
जिला प्रबंधक नवीन दत्ता ने बताया कि आने वाला समय डिजिटल का है। अब लगभग सभी कार्य ऑनलाइन हो रहे हैं। इसके लिए ग्रामीणों को भी साक्षर होने की जरूरत है। डिजिटल माध्यम से कार्य पूरा होने में कम समय लगता है। इसके साथ ही कार्यालयों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ती। सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक से आए संजय गुप्ता ने ग्रामीणों को बचत खातों व बैंक खातों के रखरखाव की जानकारी दी। ग्रामीणों को प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा व जीवन ज्योति योजना और अटल पेंशन योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई और इन योजनाओं के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया भी समझाई गई। ग्रामीणों को डिजिटल साक्षरता से जुड़ी विशेष पुस्तिका भी दी गई। इसमें बजट, बचत व बैंक खातों के रखरखाव, वित्तीय उत्पादों और डिजिटल वित्तीय सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी है। जो ग्रामीणों के लिए बेहद उपयोगी होगी। कार्यक्रम के दौरान जिला समन्वयक नितिन शर्मा, सरपंच परजेश कुमार, सीएससी केंद्र संचालक अनिल कुमार भी मौजूद रहे।