स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों के गेट पर लिखवाएं बाढ़ नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर
बारिश के सीजन में बाढ़ के खतरे से लोगों को बचाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बारिश के सीजन में बाढ़ के खतरे से लोगों को बचाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को डीसी आमना तस्नीम ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निर्देश दिए कि सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी के गेट पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 01732-268200 को आगामी दो दिनों के अंदर अवश्य लिखा दें। ताकि लोगों को इसकी पूरी जानकारी हो सके। नालों की करें जांच
किसी भी क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने पर तुंरत इस फोन नंबर पर बाढ़ की जानकारी उच्च अधिकारियों को देकर तुंरत सहायता ले सकें। उन्होंने सिचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राक्षी नाला और चेतंग नाला की तुंरत सफाई करवाएं। तहसीलदार रादौर व सिचाई विभाग के उपमंडल अधिकारी राक्षी नाला और चेतंग नाला की लाडवा तक जांच करेंगे। नालों में जहां रोक है उसकी फोटो व पूरी रिपोर्ट तुंरत उच्च अधिकारियों को करेंगे ताकि राक्षी और चेतंग नाला में अवरोधों को तुंरत हटाया जा सके। सोमनदी में सलेमपुर और लोप्यों गांवों के बीच जहां रुकावट है हटवाएं।
लापरा की आबादी को शिफ्ट करने का प्रस्ताव करें तैयार
उपायुक्त आमना तस्नीम ने कहा कि लापरा गांव की आबादी को शिफ्ट करने के लिए प्रस्ताव तैयार करवाकर सरकार को भिजवाएं। क्योंकि यह गांव हर वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाता है।उन्होंने स्पष्ट किया कि बरसात के मौसम में बाढ़ के कारण आबादी क्षेत्र को कोई नुकसान नहीं होने दिया जाए। इसके लिए अधिकारी अभी से ही पूरी तैयारी कर लें। पहले आई बाढ़ के दौरान जिन गांवों की आबादी में पानी घुसा है, उस आबादी को बाढ़ के दौरान अन्य जगह शिफ्ट करने के लिए पहले से ही सुरक्षित स्थानों की पहचान कर ली जाए। उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त को निर्देश दिए कि वे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में भोजन और पानी की समूचित व्यवस्था के लिए एनजीओ एवं स्वयं सेवी सस्थाओं के प्रतिनिधियों से पहले ही बैठक कर लें। स्वास्थ्य विभाग क्लोरिन की गोलियों की पर्याप्त मात्रा रखें। । उन्होंने नगर निगम के अधिकरियों को निदेश दिए कि वे शहर की डै्रनों व नालों की सफाई के दूसरे राऊड को तुंरत शीघ्र पूरा करवाएं। उन्होंने पुलिस व होम गार्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे तैराकों की पहचान कर लें और उन्हें आवश्यकता पड़ने पर तुंरत लोगों की सहायता के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देकर तैयार रखें। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार, जगाधरी के एसडीएम सतीश कुमार, रादौर के एसडीएम कंवर सिंह, नगर निगम की आयुक्त पूजा चांवरिया, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कपिल शर्मा, जिला राजस्व अधिकारी अभिषेक, सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह, उप पुलिस अधीक्षक आशीष चौधरी व अन्य उपस्थित थे।