हत्या की ठोस वजह तक नहीं तलाश पाई पुलिस
रोजी हत्याकांड में आरोपित नौकर राजेश और ससुर राजेंद्र सिक्का के बयानों में पुलिस उलझ गई है। अभी तक हत्या की ठोस वजह नहीं मिल सकी है। जिससे ससुर राजेंद्र सिक्का की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : रोजी हत्याकांड में आरोपित नौकर राजेश और ससुर राजेंद्र सिक्का के बयानों में पुलिस उलझ गई है। अभी तक हत्या की ठोस वजह नहीं मिल सकी है। जिससे ससुर राजेंद्र सिक्का की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। वहीं अब मृतका के पिता जनकराज के खुलकर सामने आने से केस और पेचीदा हो गया है। ऐसे में अब डिटेक्टिव स्टाफ इस पूरे केस की तफ्तीश नए सिरे से करने की तैयारी में है। इसके लिए नौकर को भी प्रोडक्शन रिमांड पर लिया जा सकता है।
मृतका रोजी के पिता छछरौली के खेड़ा मोहल्ला निवासी जनकराज का कहना है कि नौ मई को रोजी के पति दीपांशु ने अपने मोबाइल से उन्हें फोन कर 10 लाख रुपये की मांग की थी। जिस पर उन्होंने कहा था उन्होंने अपनी जमीन बेचनी तय कर रखी है जिसकी अभी रजिस्ट्री नहीं हुई है। इसलिए भी उनके पास 10 लाख रुपये नहीं है। 16 मई को सुबह 11 बजे दीपांशु ने फोन कर दोबारा 10 लाख रुपये मांगे। उस वक्त भी उनके पास रुपये नहीं थे। कुछ घंटे बाद ही उनके पास रोजी का मर्डर होने का फोन आ गया।
यह था मामला
16 मई को न्यू जैन नगर में रोजी की हत्या कर दी गई थी। उस वक्त वह अपने सात माह के बेटे के साथ घर पर अकेली थी। पुलिस ने नौकर राजेश को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया। पहले नौकर ने कबूला कि भरपेट खाना न मिलने की वजह से हत्या की है। पुलिस ने उसे दो बार रिमांड पर लिया। दूसरी बार रिमांड के दौरान नौकर ने फिर कहानी बदली और कबूला कि राजेंद्र सिक्का के कहने पर उसने रोजी की हत्या की। जिससे इस केस में फिर से पेंच फंस गया। अब मृतका के पिता ने राजेंद्र के साथ-साथ उसके बेटे दीपांशु का भी हाथ होने का आरोप लगा दिया। केस की गहनता से तफ्तीश की जा रही है। केवल नौकर के बयान पर ही राजेंद्र सिक्का को आरोपित नहीं बना सकते। सभी पहलुओं के आधार पर केस की सच्चाई सामने लाई जाएगी।
-जयपाल आर्य, इंचार्ज, डिटेक्टिव स्टाफ
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप