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नए बाईपास पर फ्लाइओवर व अंडरपास की मांग को लेकर फिर लगाया कांग्रेसियों ने जाम, परिवहन मंत्री का फूंका पुतला

नेशनल हाईवे 73 पर नए बने बाईपास पर फ्लाइओवर व अंडरपास की मांग को लेकर एक बार फिर गांव गधौला के पास कांग्रेसियों ने जाम लगाया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इस दौरान परिवहन मंत्री नितिन गड़करी का पुतला फूंका गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Aug 2018 12:32 AM (IST)Updated: Sat, 04 Aug 2018 12:32 AM (IST)
नए बाईपास पर फ्लाइओवर व अंडरपास की मांग को लेकर फिर लगाया कांग्रेसियों ने जाम, परिवहन मंत्री का फूंका पुतला

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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नेशनल हाईवे 73 पर नए बने बाईपास पर फ्लाइओवर व अंडरपास की मांग को लेकर एक बार फिर गांव गधौला के पास कांग्रेसियों ने जाम लगाया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इस दौरान परिवहन मंत्री नितिन गड़करी का पुतला फूंका गया। मौके पर तहसीलदार पहुंचे, तो कांग्रेसियों ने उन्हें सीएम के नाम ज्ञापन दिया। वहीं कुछ लोगों का कहना था कि जब बाईपास का नक्शा व अन्य अप्रूवल हुई तो उस दौरान कांग्रेस की सरकार थी। यदि उस दौरान विरोध करने वाले गंभीरता दिखाते तो आज हादसों में लोगों की मौत न होती। शुक्रवार सुबह कांग्रेसी नेता ब्रजपाल छप्पर के नेतृत्व में हाईवे पर फ्लाइओवर व अंडरपास की मांग को लेकर काफी संख्या में लोग गधौला के पास एकत्र हुए। छप्पर ने कहा कि कलानौर से पंचकूला तक बने नेशनल हाईवे में बहुत सी खामियां है। गलत नक्शा बनने से गांव छप्पर, भंभौली, सुढ़ैल, हरनौल, करेहड़ा खुर्द, मंडौली व कलानौर के पास दुर्घटनाएं हो रही है। जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने गलत नक्शा बनाया। इस वजह से ही हादसे हो रहे हैं। ऐसे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। हादसे रोकने के लिए फ्लाइओवर व अंडरपास बनाया जाना चाहिए। जहां पर दुर्घटनाएं हो रही है, वहां पर सर्विस लेन बनाई जाए।

छूट मिले टोल में :

इस दौरान दिए ज्ञापन में मांग की गई कि गांव गधौला टोल बैरियर के पास 15 किलोमीटर दायरे में आने वाले गांवों को टोल फ्री किया जाना चाहिए। टोल बैरियर पर थाना छप्पर के आसपास के युवाओं को नौकरी दी जाए। बरसात के पानी की निकासी का प्रबंध किया जाए। जब तक नेशनल हाईवे की कमियों को पूरा नहीं किया जाता है, तब तक टोल बैरियर नहीं चलाया जाए। इस मौके पर अक्षय अग्रवाल, जसबीर अहलावत, नरेश राणा, भीखू चैहल, पवन गर्ग, कुलदीप ¨सह एडवोकेट, पूर्व सरपंच सरजंत ¨सह, हैप्पी चौधरी, पूर्व सरपंच करण ¨सह, प्रवीण कुमार व पूर्व सरपंच र¨वद्र राणा भी मौजूद रहे।

20.6 किलोमीटर बाईपास 32 गांव से गुजरता है :

कलानौर से कैल तक बाईपास की लंबाई 20.6 किलोमीटर है और यह 32 गांवों से होते हुए गुजर रहा है। भंभौल से वाया शाहा और बरवाला होते हुए पंचकूला पहुंचेगा। उत्तर प्रदेश ¨लक होने के कारण वाहनों की संख्या अधिक है, लेकिन इस मार्ग पर एक स्टेट हाईवे, दो नहरों और एक रेलवे लाइन पर फ्लाईओवर बनाया गया है, जबकि पीडब्ल्यूडी व मार्केट कमेटी की सड़कों की क्रा¨सग पर ओवरब्रिज व अंडर पास नहीं दिए गए हैं।

181 गांवों के लिए खतरे का सफर :

कलानौर से कमालपुर रोड, मंडोली अकालगढ़ रोड, दुसानी-तिगरी रोड, खूजरी रोड, जयपुर-अलाहर रोड, हरनौल रोड, सुढल-सुढैल रोड व कैल की माजरी रोड पर अंडरपास या ओवरब्रिज होना जरूरी है। बता दें कि पीडब्ल्यूडी के तिगरा-तिगरी-दुसानी रोड पर आठ गांव, कमालपुर टापू रोड पर 22 गांव, जठलाना गुमथला रोड पर करनाल व जिले के 70 गांव, जयपुर अलाहर रोड 12 गांव, खेड़ी लक्खा ¨सह रोड पर जिले व कुरुक्षेत्र के 40 गांव, अकालगढ़ से मंडौली रोड पर चार गांव सुढल-सुढैल रोड पर 15 गांव और कैल से माजरा रोड पर पांच गांवों का आवागमन है। पहले विरोध करते तो कुछ और बात होती :

2004 में हाईवे का नक्शा पास हुआ। अधिकारियों ने भविष्य प्ला¨नग का ध्यान नहीं रखा। 12 साल बाद इस पर काम शुरू हुआ। डिजाइन वही रखा गया। तीन साल से हाईवे निर्माण का काम चल रहा है। काम पूरा होने के बाद राजनीतिक दल विरोध में आए हैं। यदि ये लोग पहले जाग जाते तो हाईवे पर शायद अंडर पास बन जाते तो दर्जनों लोग मौत के मुंह में जाने से बच जाते। डिजाइन में भी गड़बड़ी : धरने पर बैठे लोगों का ये कहना था कि हाईवे को ¨लक रोड का चौक कैसे जोड़ दिए। अधिकारियों ने ये भी नहीं सोचा। हमारा तकनीकी ज्ञान कम है लेकिन अधिकारी तो इसी में माहिर हैं। हाईवे पर जो भी गाड़ी आएगी, वह स्पीड में होगी। ¨लक रोड से धीमी गति वाली गाड़ी को नुकसान पहुंचाएगी। उनकी मांग है कि जिन अधिकारियों ने ये नक्शा पास किया, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। साथी ही हादसे में मौत होने पर भी उन पर अपराधिक मामला दर्ज हो।


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