खनन माफिया और ग्रामीणों के बीच हुआ झगड़ा, पुलिस पर एकपक्षीय कार्रवाई करने का आरोप
भीलपुरा में खनन से भरे डंपरों को रोकने पर ग्रामीणों और चालकों के बीच विवाद हो गया। ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध तरीके से यहां से खनन सामग्री से भरे वाहन निकल रहे हैं। दोनों पक्षों की ओर से मारपीट हुई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : भीलपुरा में खनन से भरे डंपरों को रोकने पर ग्रामीणों और चालकों के बीच विवाद हो गया। ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध तरीके से यहां से खनन सामग्री से भरे वाहन निकल रहे हैं। दोनों पक्षों की ओर से मारपीट हुई। एक पक्ष से कर्मवीर, मनदीप और पप्पू घायल हो गए, जबकि दूसरी ओर से पदम कुमार, रोशनी देवी और जयपाल घायल हुए। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने एकपक्षीय कार्रवाई की है। चालक पप्पू की शिकायत पर ग्रामीणों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया, जबकि उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रतापनगर थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि दोनों ओर से शिकायत आई है। एक पक्ष को अधिक चोट लगी थी। उस पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आगे मामले में जांच की जा रही है।
भीलपुरा के रामलाल ने बताया कि उनकी जमीन उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर लगती है। आरोप है कि उत्तर प्रदेश के रास्ते खनन माफिया उनके खेत से होकर निकल रहे हैं। जबरन उनके खेत में रास्ता बना लिया है। उससे फसल और खेत दोनों खराब हो रहे हैं। दो दिन पहले रात को उनके बेटे पदम, कुमार, सतीश कुमार, राजकुमार आदि किसान खेत पर गए। उस समय वहां से ट्रैक्टर ट्रॉलियां और डंपर निकल रहे थे। उन्हें रोका गया, लेकिन वह नहीं रूके। जिस पर डंपरों को रोक लिया गया। आरोप है कि खनन माफिया तीन गाड़ियों में आए और हथियारों से उन पर हमला बोल दिया। उसमें कई लोग जख्मी हो गए। जाते-जाते माफिया रास्ता रोकने पर जान से मारने की धमकी देकर गए। आरोप है कि अब एक चालक पप्पू ने उनके खिलाफ ही झूठी शिकायत दे दी। पुलिस ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की, उल्टा उनके खिलाफ ही चालक पप्पू की शिकायत पर झूठा केस दर्ज कर दिया। इस संबंध में भीलपुरा के ग्रामीण लघु सचिवालय में पहुंचे और डीएसपी हेडक्वार्टर को शिकायत दी।