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एक ओर स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी, दूसरी ओर पॉश एरिया कचरा-कचरा

एक ओर स्व'छता सर्वेक्षण-2019 की तैयारियां चल रही हैं, वहीं दूसरी ओर शहर के पॉश एरिया में कचरे के ढेर लगे हैं। नियमित रूप से उठान की बजाय कचरे को खुले में जलाया रहा है। नगर निगम अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही हुडा वासियों पर इन दिनों भारी पड़ रही है। ओल्ड एज होम के आसपास इन दिनों हालात बद से बदतर बने हुए हैं। सरेआम कचरा जलाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 10:28 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 10:28 PM (IST)
एक ओर स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी, दूसरी ओर पॉश एरिया कचरा-कचरा
एक ओर स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी, दूसरी ओर पॉश एरिया कचरा-कचरा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : एक ओर स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 की तैयारियां चल रही हैं, वहीं दूसरी ओर शहर के पॉश एरिया में कचरे के ढेर लगे हैं। नियमित रूप से उठान की बजाय कचरे को खुले में जलाया रहा है। नगर निगम अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही हुडा वासियों पर इन दिनों भारी पड़ रही है। ओल्ड एज होम के आसपास इन दिनों हालात बद से बदतर बने हुए हैं। सरेआम कचरा जलाया जा रहा है। प्रदूषण, बदबू व गंदगी के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। आरोप है कि कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन इस समस्या का आज तक समाधान नहीं हुआ।

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बीमारी फैलने का भय

हुडा सेक्टर-17 में ओल्ड एज होम के पास कर्मचारी कचरा डालते हैं। जो चीज बिकने लायक होती है, उसको कचरे से निकाल लिया जाता है। बाकी को आग के हवाले कर दिया जाता है। आसपास खुले में ही कचरे के ढेर लगे हुए हैं। मक्खियां इतनी हैं कि आसपास के घरों में बैठना मुश्किल हो रहा है। हुडा वासियों का कहना है कि जहां पर कचरा डाला जा रहा है, वह स्थान घरों से कुछ ही दूरी पर है। आसपास धार्मिक स्थल भी हैं। इसके अलावा शिक्षण संस्थान भी है। कचरा जला देने से प्रदूषण को बढ़ावा मिल रहा है और अधिकारियों का इसकी परवाह नहीं है।

सोसाइटी ऑफ इन्वायरमेंट मैनेजमेंट एंड बायो-रिसर्च के अध्यक्ष डॉ. के आर भारद्वाज का कहना है कि कचरे के निस्तारण की बजाय जलाया जा रहा है। इससे प्रदूषण बढ़ रहा है। इतना ही आवारा पशुओं की भरमार इतनी है कि घरों में बने गार्डन को उजाड़ रहे हैं। इनके कारण हादसे भी हो रहे हैं। क्षेत्र के लिए यह बड़ी समस्या बन गई है। इस बार उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया, लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है।

हुडा वासी एमआर चावला का कहना है कि क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य के मद्देनजर इस समस्या का समाधान किया जाना जरूरी है। कचरे ढेर लगे होने के कारण बदबू का माहौल है। सर्दियों के दिनों में भी मक्खियों की भरमार है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से कचरा लाकर यहां डाल दिया जाता है। कचरे के ढेरों में आवारा पशु दिनभर मुंह मारते हैं। कई बार तो कचरा हवा के झोकों के साथ घरों तक पहुंच जाता है। इस समस्या का समाधान जरूरी है।

हुडा वासियों की इस समस्या बारे उपायुक्त गिरीश अरोड़ा से बात हुई है। जल्द ही इसका समाधान हो जाएगा। कचरा डालने के लिए दूसरा स्थान निर्धारित किया जाएगा। कचरे में आग लगाना गलत है। इस बारे कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए जाएंगे।

-दीपक सूरा, ईओ, नगर निगम।


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