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60 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले वे स्कूल बनाने की तैयारी, सरकार को भेजी लिस्ट

जिले के 60 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले वे स्कूल में तब्दील किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 08:04 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 08:04 AM (IST)
60 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले वे स्कूल बनाने की तैयारी, सरकार को भेजी लिस्ट
60 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले वे स्कूल बनाने की तैयारी, सरकार को भेजी लिस्ट

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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जिले के 60 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले वे स्कूल में तब्दील किया जाएगा। प्रथम चरण में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। प्ले वे स्कूल खोलने के बाद केंद्र पर कार्य कर रही वर्करों (कार्यकर्ताओें )को प्रमोट किया जाना है, लेकिन इससे पहले सरकार की ओर से इनके चयन को लेकर प्रशिक्षण सहित अन्य कार्यक्रम चलाए जाएंगे। प्ले वे स्कूल में बीए, बीएड, एमए या एनटीटी (नर्सरी टीचर ट्रेनिग कोर्स) कर चुकी वर्करों को तैनात किया जाएगा। किस ब्लाक से कितने केंद्र चिह्नित

जगाधरी (शहरी) : 07

बिलासपुर : 11

छछरौली : 10

रादौर : 10

साढौरा : 07

सरस्वतीनगर : 08

जगाधरी (ग्रामीण) : 07

फिलहाल ये दी जा रही सेवाएं

जिले में कुल 1281 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। केंद्रों पर छह वर्ष तक के बच्चे, दूध पिलाने वाली, गर्भवती महिलाओं और किशोरियों को पोषाहार उपलब्ध कराया जा रहा है। बच्चों का मनोवैज्ञानिक, शारीरिक व स्वास्थ्य में सुधार ही विभाग की ओर से विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। हालांकि कोरोना के चलते इन दिनों केंद्र बंद हैं, लेकिन सामान्य दिनों में पोषाहार में मीठा दलिया, आलू-पूरी, मीठा चावल, मीठा गुलगुला, भरवा पराठा और नमकीन चावल शामिल है। इसके लिए अलग-अलग दिन निर्धारित हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लाभार्थियों को निर्धारित मात्रा अनुसार उनके घर पर पोषाहार उपलब्ध करा रही हैं।

उन आंगनबाड़ी केंद्रों का चयन किया गया जो सरकारी स्कूलों की बिल्डिग में चल रहे हैं। विभाग की ओर से ऐसे केंद्रों को प्ले स्कूल में तब्दील करने के लिए सरकार के पास फाइल भेजी गई है। प्ले स्कूल बनने के बाद 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को पढ़ाया जाएगा। प्ले स्कूलों में पाठ्यक्रम की सामग्री, पुस्तकें, कार्य पुस्तकें दी जाएंगी।

बच्चों का होगा सर्वागीण विकास

60 आंगनबाड़ी केंद्रों की लिस्ट सरकार को भेजी गई है। इनको प्ले वे बनाया जाए जाने की योजना है। इन केंद्रों पर बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा। विभाग की ओर से और भी कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई हुई हैं।

रेनू चावला, कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग।


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