मौसम में ठंडक के साथ गर्माया सियासी माहौल
मौसम में जैसे-जैसे ठंडक घुल रही है वैसे-वैसे सियासी माहौल गर्मा रहा है। चौपालों पर भी चुनाव के रंग पूरी तरह चढ़ गया है। शहर और गांव की गलियों में नेताओं के दौरे भी बढ़ गए हैं। चुनावी फिजा भांपने के लिए दैनिक जागरण संवाददाता ने रादौर-गुमथला मार्ग फतेहगढ़ की ओर रुख किया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मौसम में जैसे-जैसे ठंडक घुल रही है, वैसे-वैसे सियासी माहौल गर्मा रहा है। चौपालों पर भी चुनाव के रंग पूरी तरह चढ़ गया है। शहर और गांव की गलियों में नेताओं के दौरे भी बढ़ गए हैं। चुनावी फिजा भांपने के लिए दैनिक जागरण संवाददाता ने रादौर-गुमथला मार्ग फतेहगढ़ की ओर रुख किया। यहां सड़क के किनारे ही कुछ ग्रामीण आपस में बतिया रहे थे। मुद्दा कुछ और नहीं, बल्कि विधानसभा चुनाव था। कोई रादौर विधानसभा सीट पर टिकट के फेरबदल पर बात कर रहा था, तो कोई जातीय समीकरणों के आधार पर हार-जीत सुनिश्चित कर रहा था।
गांव में गोभी की फसल का रकबा काफी है। गुरदयाल सैनी, चांद सिंह, सुशील कुमार, विक्रम सैनी, धनी राम, सोहन लाल का कहना है कि हम खेती बाड़ी से जुड़े लोग हैं। राजनीति में भी रुचि रखते हैं। हम चाहते हैं कि किसान के हितों की रक्षा हो। फसलों के वाजिब दाम मिलें और किसानों का शोषण न हो। सरकार की ऐसी नीति का लाभ हर आम-खास को मिलेगा। इसके अलावा हर वर्ग की सुनवाई होनी चाहिए।
ग्रामीण रविद्र कुमार, मोनी सैनी, मोहन लाल, सुरजीत सिंह, अमर सिंह, जय सिंह आदि का कहना है कि गांव की आबादी 1600 है। यहां करीब सात सौ वोट हैं। हर चुनाव में सभी ग्रामीण अपने मत का उपयोग करते हैं। इस बार भी करेंगे। मतदाता भी जागरूक हो रहा है। हर पहलु पर सोच विचार करके ही अपने मत का प्रयोग करता है। अपने प्रत्याशी के व्यवहार को परखता है और क्षेत्र के प्रति उसके लगाव को भी। यह भी देखा जाता है कि प्रत्याशी बाहरी है या क्षेत्रीय। मतदाता काफी सोच विचार करने के बाद ही मतदान करता है। ग्रामीणों का कहना है कि इन दिनों प्रत्याशी मतदाताओं के पास पहुंचते हैं। उनसे लगाव भी जताते हैं। विकास की बातें भी करते हैं। इन दिनों नेता जो वादे करते हैं, उनको पूरा किया जाना चाहिए। मतदाता यही चाहता है कि क्षेत्र का विकास हो। अमीर-गरीब सभी की सुनवाई हो। सभी को एक आंख से देखा जाए। नेता का अपना हित न हो बल्कि जनहित सर्वोपरि हो।