घर के नक्शे पास कराने के लिए धक्के खा रहे लोग
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर की नगरपालिका से ग्रांट लेकर घर बनाना स्थानीय लोगों के लिए आफत बन गया है।
संवाद सहयोगी, रादौर : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर की नगरपालिका से ग्रांट लेकर घर बनाना स्थानीय लोगों के लिए आफत बन गया है। नपा की ओर से शहर के 53 लोगों को योजना के तहत मकान बनाने के लिए अधिकृत किया गया था, लेकिन एक भी व्यक्ति ने नपा की शर्त के अनुसार नक्शा पास नहीं करवाया है। योजना का लाभ लेने वाले लोगों का कहना है कि रादौर में नक्शा बनवाने के लिए नपा ने किसी को भी अधिकृत नहीं किया है। ऐसे में वे दूर दराज के शहरों में महंगे दामों पर नक्शा पास करवाने के लिए धक्के खा रहे है। योजना का लाभ लेने वाले संदीप सैनी, प्रेमचंद सैनी, जो¨गद्र कुमार, अशोक प्रजापत, अश्वनी शर्मा, रामकुमार ने बताया कि उन्हें योजना के तहत मकान बनाने के लिए अधिकृत पत्र दिए गए थे। जिसके बाद उन्होंने अपने पुराने मकान तोड़ कर नए मकान बनाने के लिए कार्य शुरू किया। इसके बाद जब वह नगरपालिका में ग्रांट राशि लेने के लिए गए तो उन्हें ऑनलाइन नक्शे पास करवाने के लिए कहा गया, लेकिन नगरपालिका ने आसपास कोई भी अधिकृत नक्शा बनाने वाला नहीं है। नपा के अधिकारी उन्हें नक्शा पास करवाने के बाद ही ग्रांट राशि देने की बात कहकर टरका रहे है। उन्होंने बताया कि वह अपने मकान तोड़ चुके है। अब उनके पास रहने के लिए दूसरे मकान नहीं है। सरकार की योजना उनके लिए गले की फांस बन गई है। ग्रांट राशि के लिए वह हर रोज नपा कार्यालय के चक्कर काट रहे है। अॅानलाईन नक्शे पास करवाने के लिए उनके पास हजारों रुपये की राशि नहीं है।
उधर नपा के बि¨ल्डग इंस्पेक्टर संदीप शर्मा ने बताया कि योजना के तहत नक्शे पास करवाना जरूरी है, तभी उन्हें ग्रांट राशि मिलेगी। सरकार की ओर से अधिकृत किए गए नक्शानवीसों की सूची उन्हें उपलब्ध नहीं करवाई गई है। सूची मिलने के बाद ही पता चल सकेगा कि कौन सा नक्शानवीस नक्शा बनाने के लिए अधिकृत किया गया है।