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मरीजों को डोर स्टेप पर मिलेगा बेहतर इलाज, बनेंगे 48 उपस्वास्थ्य केंद्र

स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध मे जिले के लोगों के लिए अच्छी खबर है। उपचार के लिए अब मरीजों को दूर नहीं जाना पड़ेगा। डोर स्टेप पर ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मरीजों को मुहैया होंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को 4

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Nov 2019 07:20 AM (IST)Updated: Sat, 23 Nov 2019 07:20 AM (IST)
मरीजों को डोर स्टेप पर मिलेगा बेहतर इलाज, बनेंगे 48 उपस्वास्थ्य केंद्र
मरीजों को डोर स्टेप पर मिलेगा बेहतर इलाज, बनेंगे 48 उपस्वास्थ्य केंद्र

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध मे जिले के लोगों के लिए अच्छी खबर है। उपचार के लिए अब मरीजों को दूर नहीं जाना पड़ेगा। डोर स्टेप पर ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मरीजों को मुहैया होंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को 48 उप स्वास्थ्य केंद्र बनाने की मंजूरी मिल गई है। ये केंद्र दो से पांच किमी की दूरी पर खोले जाएंगे। इन केंद्रों पर बच्चों से लेकर बुजुर्ग मरीजों का इलाज होगा। साथ ही फैमिली प्लानिग से जुड़ी योजनाओं का भी संचालन होगा।

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यहां बनेंगे उपस्वास्थ्य केंद्र :

जठलाना, गुमथला, नाचरौन, खुर्दबन, धौलरा, बुबका, बैंडी, गूंदियाना, झीवरेडी, मसाना रंगाना, अंटावा, सागडी, छोली, मलकपुर बांगर, मिल्कखास, चांगनौली, संधाए, अलीशेरपुर माजरा, मछरौली, मुंडाखेड़ा, मांडखेड़ी, लाक्कड़, शादीपुर, पांसरा, मंडेबर, औरंगाबाद, दामला, फतेहगढ़, कैत, सरावां, रत्तूवाला, कुराली, तुंबी, निजामपुर, कांहड़ीकलां, सारन, दौलतपुर, कोत्तरखाना, लवाना, गधौला, पाबनी कलां, हंगौली, मलिकपुर खादर, दसौरा, मंधार, बाकरपुर और रानीपुर।

अब तक यहां चल रहे केंद्र

चाहडवाला, कलावड़, तलाकौर, मुंसिबल, धनौरा, कप्तान माजरी, मिर्जापुर, लेदी, जैधर, गढ़ी बंजारा, कलेसर, बाक्करवाला, भंगेडा, तिम्मो, संधाली, तिगरी और हाफिजपुर।

चिकित्सकों की कमी भी होगी दूर

उप स्वास्थ्य केंद्र बनने से चिकित्सकों की कमी भी दूर हो सकेगी। इन पर बीएएमएस चिकित्सकों की तैनाती होने से काफी हद तक मरीजों को राहत मिलेगी। जिले में 117 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 59 पद रिक्त हैं।

अस्पतालों में रहती भीड़

सिविल अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी के चलते मरीजों की भीड़ बढ़ रही है। जिस वजह से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है। कई बार भारी भीड़ की वजह से मरीजों को नंबर तक नहीं मिल पाता और उन्हें वापस लौटना पड़ता है, तो कई बार मरीज निजी चिकित्सकों के पास चले जाते हैं। उससे उनका इलाज महंगा पड़ता है। यमुनानगर सिविल अस्पताल में हर रोज एक हजार से 1200 मरीजों की ओपीडी होती है। लगभग इतने ही मरीज सिविल अस्पताल जगाधरी में पहुंचते हैं।

यहां है चिकित्सकों के पद रिक्त

स्वास्थ्य केंद्र - स्वीकृत - रिक्त

सामान्य अस्पताल यमुनानगर -42 -17

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

सरस्वतीनगर 07 -04

नाहरपुर -04 -02

रादौर -07 -04

छछरौली -07- 03

साढौरा -07 -06

बिलासपुर- 07- 06

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

भंभौल - 02- 01

हरनौली - 02- 01

कलानौर -02- 01

साबापुर -02 - 00

बूड़िया -02- 00

अलाहर -02- 01

अंटावा -02- 02

खारवन -02 -01

खदरी -02 - 02

रसूलपुर -02 -02

मुगलांवाली- 02- 01 इनसेट

बीएएमएस की होगी तैनाती

सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि इन उपस्वास्थ्य केंद्रों पर बीएएमएस चिकित्सकों की तैनाती होगी। इन्हें छह माह का ब्रिज कोर्स करना होगा। यह मरीजों की जांच करेंगे और उन्हें दवा देंगे। इन केंद्रों पर एलोपैथिक दवाएं भी उपलब्ध होंगी। आयुष्मान योजना के तहत भी मरीजों को यहां सुविधाएं मिलेंगी।


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