पशुओं को खुला छोड़ देते डेयरी संचालक, दिनभर सड़कों पर होती बेकद्री
बेसहारा गोवंश दुर्दशा के लिए पशु पालक खुद भी जिम्मेदार हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बेसहारा गोवंश दुर्दशा के लिए पशु पालक खुद भी जिम्मेदार हैं। ट्विन सिटी में एसे लोगों की संख्या कम नहीं है जो सुबह के समय पशुओं को शहर में खुला छोड़ देते हैं और शाम को पकड़कर बांध लेते हैं। या फिर दूध देना बंद करने पर उनको बाहर का रास्ता दिखा देते हैं। ये गोवंश दिनभर शहर में सड़कों किनारे या डिवाइडरों में चरते रहते हैं। सड़कों पर घूम रहे यह गोवंश हादसों का कारण बन रहे हैं। उधर, नगर निगम अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। यह भी जानिए
बेसहारा गोवंशों के लिए 18 गोशालाएं बनी हैं, लेकिन क्षमता कम है। जो गोवंश यहां पहले से हैं, उनके लिए भी कई बार चारे व जगह की कमी पड़ जाती है। यह बताया जा रहा है कि गोशाला में गोवंश छोड़ने पर पर्ची कटती है। इसके लिए राशि निर्धारित है। इससे बचने के लिए लोग गोवंश को सड़कों पर छोड़ देते हैं। ऐसा भी सुनने में आया है कि कई-कई गोवंश को ट्राली में भरकर दूर छोड़ आते हैं। रात के अंधेरे में यह खेल खेला जाता है।
निगम बरते सख्ती तो बने बात
गोसेवक मुनीश कुमार, सचिन कुमार व नीरज का कहना है कि गोसंरक्षण के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को कड़े कदम उठाने चाहिए। गोशालाओं को विस्तार किया जाए और उनमें सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। सड़क पर यदि कोई भी गोवंश दिखाई दे तो उसको गोशाला पहुंचाया जाए। सड़कों पर गोवंश को छोड़ने वालों पर नजर रखी जाए। डेयरी व्यवसायियों को दी गई है हिदायत
डेयरी व्यवसायियों को हिदायत दी हुई है कि कोई भी अपने पशु को खुला न छोड़ें। शहर में चल रही सभी डेयरी संचालकों को कांप्लेक्स में शिफ्ट किया जाएगा। इसमें किसी तरह की ढील नहीं होगी। डेयरी संचालकों को चाहिए कि गोवंश को सड़कों पर न छोड़ें। यदि ऐसा किया तो कार्रवाई की जाएगी।
अनिल कुमार नैन, चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर।