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कपाल मोचन मेले के लिए चलेंगी 100 बसें, आदिबद्री के लिए दिन-रात सर्विस

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : 31 अक्टूबर से चार नवंबर तक लगने वाले राष्ट्र स्तरीय कपाल मोचन मे

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Oct 2017 11:50 PM (IST)Updated: Fri, 27 Oct 2017 11:50 PM (IST)
कपाल मोचन मेले के लिए चलेंगी 100 बसें, आदिबद्री के लिए दिन-रात सर्विस

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : 31 अक्टूबर से चार नवंबर तक लगने वाले राष्ट्र स्तरीय कपाल मोचन मेले में श्रद्धालुओं को लाने व ले जाने के लिए रोडवेज 100 बसें चलाएगा। मेले के अंतिम दिन बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। मेले से रोडवेज को लाखों रुपये के राजस्व की उम्मीद है। खास बात ये है कि इस बार श्रद्धालु भीड़ ज्यादा होने पर बस की छत पर बैठ कर भी यात्रा कर सकेंगे। मेले में श्रद्धालुओं के सफर को सुगम बनाने की रोडवेज ने पूरी तैयारी कर ली है।

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तीन दिन चलेंगी 25 विशेष बसें :

कपाल मोचन में राज्यस्तरीय मेला 31 अक्टूबर से 4 नवंबर तक चलेगा। इसके लिए 31 अक्टूबर से दो नवंबर तक 25 विशेष बसें दिन-रात में चलाई जाएंगी। ये बसें यमुनानगर बस स्टैंड से कपाल मोचन तक चलेंगी। इसके अलावा कपाल मोचन से सरस्वती उद्गम स्थल तक भी 25 बसें चलेंगी। यदि श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा होती है तो इसके लिए पांच बसें अतिरिक्त चलाई जाएंगी। ये बसें एडवांस में खड़ी होंगी। ताकि स्थिति अनुसार तुरंत चलाई जा सके।

3 नवंबर की रात 12 बजे से चलेगी बस :

चार नवंबर को ऋण मोचन, कपाल मोचन व सूरजकुंड सरोवर में कार्तिक पूर्णिमा का स्नान होगा। यह स्नान 3 नवंबर की रात 12 बजे से ही शुरू हो जाएगा। स्नान करने के तुरंत बाद ही श्रद्धालु अपने घर को रवाना हो जाते हैं। इसलिए रोडवेज रात को 12 बजे से ही बसें चला देगा। तीन नवंबर की शाम को ही 100 बसें बिलासपुर में खड़ी कर दी जाएंगी।

दो जगहों पर होगी चे¨कग :

बसों में सफर करने वाले काफी श्रद्धालु बिना टिकट के भी यात्रा करते हैं। इसके लिए रोडवेज द्वारा बिलासपुर व हरनौली में दो जगह चैक पोस्ट बनाई जाएंगी। रोडवेज के 40 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जगाधरी से जाने वाली बसों की चे¨कग बिलासपुर में होगी जबकि कपाल मोचन व बिलासपुर से यमुनानगर जाने वाली बसों की चे¨कग हरनौली में होंगी। बिना टिकट यात्री से 10 गुणा किराया वसूला जाएगा।

अंबाला से जगाधरी वाया बिलासपुर होगा रूट :

अंबाला से जगाधरी तक जो बसें चलेंगी वो साढौरा से बिलासपुर होते हुए जाएगी। ताकि पंजाब से आने वाले श्रद्धालु सीधे बिलासपुर पहुंच जाएंगी। यहां से जगाधरी के लिए भी रोडवेज को सवारी मिलेगी। जो श्रद्धालु बिलासपुर उतरेंगे उनके लिए कपाल मोचन तक बस चलाई जाएगी। वहीं, रेलवे स्टेशन से मेला परिसर तक कुरुक्षेत्र डिपो बस चलाएगा।

मेले में आते हैं आठ लाख से ज्यादा श्रद्धालु :

कपाल मोचन में लगने वाले राष्ट्र स्तरीय मेले में सबसे ज्यादा श्रद्धालु पंजाब से आते हैं। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व जम्मू कश्मीर से भी श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालु मेले में पांच दिन तक रूकते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को गुरु नानक देव जी का जन्म दिवस भी होता है। इसलिए इस दिन स्नान करने के बाद सभी अपने घर को लौट जाते हैं।


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