जो आज तक करते थे एक दूसरे की टांग खिंचाई, टिकट के जुगाड़ में हुए एक
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पोपीन पंवार, यमुनानगर : सभी दल लोकसभा चुनाव लड़ने की पूरजोर तैयारी में जुटे हैं। कांग्रेस नेता इस दौर में अलग ही खेल खेल रहें हैं। विधानसभा की तैयारी के लिए सेटिग शुरू हो गई है। जो नेता लंबे समय से एक दूसरे को अड़ंगा लगाते थे, यानी काम बिगाड़ते थे। अब वे पूर्व मंत्री सैलजा के चुनावी मंच पर एकत्र हो गए। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि एक जुटता दिखाने वालों को लोकसभा से ज्यादा विधानसभा में अपनी टिकट पक्की करने की ज्यादा ठोस प्लानिग है। हालांकि साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि एकजुट हुए कांग्रेसियों की वजह से अब विरोधियों की नींद उड़ेगी। कांग्रेसियों की एकजुटता उन लोगों के लिए भी सबक है, जोकि कांग्रेस के धड़े में बंटे होने की बात कहकर अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति करते थे। 29 मार्च को अम्बाला लोकसभा क्षेत्र से होकर गुजरने वाले परिवर्तन यात्रा को कामयाब बनाने के लिए रणनीति तैयार है। बने हैं कई गुट :
जिले की कांग्रेस कई गुटों में बंटी हुई है। गुटबंदी का शिकार मेयर का चुनाव भी हो चुका है। यहां पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस प्रधान डॉ. अशोक तंवर और सुरजेवाला गुट अपनी अपनी राजनीति ताल ठोकता रहता है। पार्टी का प्रोग्राम में भी एक दूसरे से दूर ही रहते हैं।
दिल्ली में मीटिग के बाद हुए सक्रिय :
कांग्रेस पार्टी से अंबाला लोकसभा के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री का नाम सबसे आगे चल रहा है। दो दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस की बड़ी मीटिग हुई है। सैलजा को गांधी परिवार का नजदीकी माना जाता है। मीटिग के बाद सभी गुटों के बड़े नेता एकत्र होकर सैलजा के पास पहुंचे और विश्वास जताया कि वे सभी मिलकर चुनावी जंग को फतेह करेंगे। बता दें कि अंबाला लोकसभा में नौ विधानसभा हैं। जिसमें से तीन यमुनानगर की हैं।
ये गए थे मिलने के लिए :
पूर्व जिप चेयरमैन श्यामसुंदर बतरा, पूर्व मंत्री सुभाष चौधरी, पूर्व डिप्टी सीएम चंद्र मोहन, पूर्व मंत्री निर्मल सिंह, पूर्व सूचना आयुक्त अशोक मेहता, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना, पूर्व सीपीएस राम किशन गुर्जर सहित अन्य नेता पूर्व मंत्री से मिलने गए थे।