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चुनाव ड्यूटी में कर्मियों की कमी पूरी होते ही रिजर्व में रखे 170 कर्मचारियों को भेजा वापस

प्रशासन अब तक चुनाव में कर्मियों की कमी होने की बात कह रहा था। शनिवार को जब कर्मियों को चुनाव ड्यूटी बांटी गई तो रिजर्व में रखे गए करीब 170 कर्मियों को वापस भेज दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 May 2019 08:40 AM (IST)Updated: Mon, 13 May 2019 06:28 AM (IST)
चुनाव ड्यूटी में कर्मियों की कमी पूरी होते ही रिजर्व में रखे 170 कर्मचारियों को भेजा वापस
चुनाव ड्यूटी में कर्मियों की कमी पूरी होते ही रिजर्व में रखे 170 कर्मचारियों को भेजा वापस

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : प्रशासन अब तक चुनाव में कर्मियों की कमी होने की बात कह रहा था। शनिवार को जब कर्मियों को चुनाव ड्यूटी बांटी गई, तो रिजर्व में रखे गए करीब 170 कर्मियों को वापस भेज दिया गया। उन्हें कह दिया गया कि आपकी ड्यूटी की जरूरत नहीं है। इतना ही नहीं इन कर्मियों की उपस्थिति तक नहीं ली गई। अलग-अलग विभागों से आए यह कर्मचारी अब परेशान हैं। अधिकारियों से बात की तो उन्होंने साफ तौर पर कोई भी रिवार्ड देने से इन्कार कर दिया। डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कुछ कर्मियों ने आपत्ति जताई, तो अधिकारियों ने उन्हें ड्यूटी खत्म करने की सलाह दे डाली।

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अब यह कर्मचारी परेशान हैं, क्योंकि दो दिन की ट्रेनिग में भी वह शामिल हुए थे। विभाग में उनकी अनुपस्थिति लगी हुई है। चुनाव में ड्यूटी न लगने की वजह से यह कर्मचारी अब विभाग में भी अपनी उपस्थिति नहीं दिखा पाएंगे। शनिवार को भी इन कर्मियों को बुलवाया गया था। सुबह से लेकर शाम सात बजे तक इन्हें यहां पर बिठाए रखा गया। शाम को जब सभी कर्मियों को चुनाव ड्यूटी बांट दी गई, तो डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में करीब 40 कर्मियों को यह कहकर वापस कर दिया गया, अब कर्मी पूरे हो गए हैं। इसलिए अब उनकी ड्यूटी नहीं ली जाएगी। इसी तरह से एमएलएन कॉलेज, सरस्वती विद्या मंदिर से भी कर्मियों को वापस भेजा गया।

यह आ रही दिक्कत

शनिवार का भी पूरा दिन इन कर्मियों को बिठाए रखा। ऐसे में चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मियों को एक दिन का अतिरिक्त अवकाश दिया जाना था। ड्यूटी न होने की वजह से वह अवकाश भी खत्म हो गया। इसके साथ ही दो दिन की ट्रेनिग के दौरान भी विभाग में इनकी उपस्थिति नहीं थी। शनिवार का पूरा दिन इन कर्मियों को यहां पर रखा गया। अब अधिकारी इन कर्मियों की हाजिरी भी नहीं ले रहे हैं। कर्मियों का कहना है कि यदि चुनाव में उनकी जरूरत नहीं है, तो कम से कम उनकी हाजिरी लगवाई जाए, ताकि वह विभाग में इस बारे में कागजात दे सकें।


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