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ट्विन सिटी 108 संस्थानों को नगर निगम का नोटिस, बनाना होगा जैविक खाद

एनजीटी के आदेश व स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में अच्छे रैंक के लिए नगर निगम की कार्रवाई तेज हो गई है। यमुनानगर व जगाधरी शहर के 108 संस्थानों को नोटिस देकर वेस्ट उत्पाद से जैविक खाद तैयार करने आदेश दिए गए हैं। इनमें अस्पताल होटल व स्कूल भी शामिल हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Aug 2019 09:50 AM (IST)Updated: Sat, 31 Aug 2019 06:45 AM (IST)
ट्विन सिटी 108 संस्थानों को नगर निगम का नोटिस, बनाना होगा जैविक खाद
ट्विन सिटी 108 संस्थानों को नगर निगम का नोटिस, बनाना होगा जैविक खाद

संजीव कांबोज, यमुनानगर

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एनजीटी के आदेश व स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में अच्छे रैंक के लिए नगर निगम की कार्रवाई तेज हो गई है। यमुनानगर व जगाधरी शहर के 108 संस्थानों को नोटिस देकर वेस्ट उत्पाद से जैविक खाद तैयार करने आदेश दिए गए हैं। इनमें अस्पताल, होटल व स्कूल भी शामिल हैं। ये वह संस्थान हैं जिनमें से 50 किलो से अधिक कूड़ा-कर्कट निकलता है। शहर से हर दिन 280 टन कचरा निकल रहा है। नगर निगम का प्रयास है कि कम से कम कचरा डंपिग प्वाइंट तक पहुंचे। ऐसी व्यवस्था न करने वाले संस्थान मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी

कचरा डालने के लिए नगर निगम ने स्थान निर्धारित किए हुए हैं। यहां डस्टबिन रखे हैं। बावजूद इसके कुछ लोग यहां-वहां कचरा डाल देते हैं, जिन स्थानों पर स्वच्छ मैप एप पर चार से अधिक शिकायतें आती हैं, उन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी होगी। यहां कचरा डालने वालों पर शिकंजा कसने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

कचरे का होगा प्रो-बायोटिक ट्रीटमेंट

कैल गांव में बना नगर निगम का सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट करीब पांच वर्ष बंद पड़ा है। यहां गीले व सूखे कचरे के पहाड़ बन गए हैं। अब स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में यह प्लांट कमजोर पहलु साबित न हो, इसके लिए कचरे का प्रो-बायोटिक ट्रीटमेंट कराया जाएगा। इसके तहत विशेष प्रकार के केमिकल का छिड़काव कचरे पर किया जाता है। इससे कचरा बैठ जाता है। बीमारी व बदबू फैलाने वाले कीटाणु मर जाते हैं। नगर निगम एरिया में जहां-जहां कचरे के ढेर हैं, वहां इस केमिकल का छिड़काव कराया जाएगा। इसके अलावा कैल प्लांट में गीले व सूखे कचरा को अलग-अलग जगह डालने की व्यवस्था की जाएगी। पहले पिछड़ चुके

अब से पहले दो बार स्वच्छ सर्वेक्षण हुआ, लेकिन दोनों बार पिछड़े हैं। वर्ष-2019 में नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी को 218वां रैंक मिला था। इससे पहले 443वें रैंक पर रहा। इस बार नगर निगम अधिकारी बेहतर रैंकिग का दावा कर रहे हैं। इसके लिए मास्टर प्लान के तहत काम किया जा रहा है। अच्छी रैंकिग के रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को दूर किया जा रहा है। किसके कितने अंक

छह हजार अंकों की परीक्षा होगी। दिसंबर माह तक तीन चरण पूरे करने हैं। जनवरी-फरवरी में केंद्र की टीम सर्वेक्षण करेगी। गारबेज फ्री सिटी स्टार, रेटिग व ओडीएफ के 1500 नंबर, 1500 नंबर सिटीजन फीडबैक और 1500 अंक सर्विस लेबर प्रोगेस के निर्धारित किए गए हैं। 1500 अंक डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के होंगे।

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हमारा प्रयास है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में बेहतर रैंक मिले। इसके लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान है। उन सभी कमियों को दूर किया जा रहा है जो अच्छी रैंकिग में बाधा बन सकती है।

अनिल नैन, चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर।


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