अभी बंद नहीं होंगे 104 स्कूल, निदेशक ने कई घंटे मीटिग में किया मंथन
जिला के 25 से कम संख्या वाले 104 राजकीय स्कूल फिलहाल न तो बंद होंगे और न ही आसपास के स्कूलों में मर्ज होंगे। इन स्कूलों में लगातार घट ही बच्चों की संख्या पर मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने स्कूल इंचार्ज के साथ कई घंटे तक मंथन किया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिला के 25 से कम संख्या वाले 104 राजकीय स्कूल फिलहाल न तो बंद होंगे और न ही आसपास के स्कूलों में मर्ज होंगे। इन स्कूलों में लगातार घट ही बच्चों की संख्या पर मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने स्कूल इंचार्ज के साथ कई घंटे तक मंथन किया। स्कूल इंचार्ज ने बच्चों की संख्या के कुछ कारण भी बताए। इस पर निदेशक ने सभी को आदेश दिए कि वे एक सप्ताह में कारणों की रिपोर्ट उन्हें बनाकर दें। ताकि उन्हें दूर किया जा सके।
निदेशक प्रदीप डागर अपनी टीम के साथ बुधवार को एसडी सीसे स्कूल जगाधरी में अपनी टीम के साथ पहुंचे थे। यहां पर उन सभी 104 स्कूलों के इंचार्ज व हेड टीचर भी मौजूद थे जिनमें बच्चों की संख्या 25 से कम रह गई है। निदेशक ने पूछा कि राजकीय स्कूलों में बच्चों की संख्या लगातार कम क्यों हो रही है। जबकि सरकार सभी सुविधाएं दे रही हैं। कुछ टीचरों ने बताया कि जो परिवार अब सुविधा संपन्न होने लगे हैं वो अपने बच्चों को राजकीय स्कूलों में नहीं भेज रहे हैं। इसकी बजाय वे प्राइवेट स्कूल में ही उन्हें पढ़ाना पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा ओर भी कई कारण हैं जो बच्चों की संख्या घटने का कारण बन रहे हैं। निदेशक ने डीईओ जोगिद्र सिंह हुड्डा को आदेश दिए कि वे स्कूलों से कारणों की रिपोर्ट लेकर मुझे भेजे। इन्हें दूर किया जाएगा। साथ ही वे स्कूलों में बनी एसएमसी से भी बात करें। ग्रामीणों से बात कर स्कूलों में संख्या को बढ़ाएं। क्योंकि पिछले दिनों भी कई स्कूलों को कम संख्या के कारण बंद कर दिया गया था। लेकिन दो सप्ताह बाद ही वहां पर बच्चों की संख्या बढ़ गई। जिस कारण उन स्कूलों को दोबारा शुरू किया गया। इसलिए शिक्षा विभाग जल्दबाजी में कोई काम नहीं करना चाहता। फिलहाल किसी भी स्कूल को न तो बंद किया जाएगा और न ही मर्ज। एक सप्ताह में रिपोर्ट देंगे : डीईओ
डीईओ जोगिद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि मौलिक शिक्षा निदेशक ने सभी इंचार्ज के साथ बात की। उन्होंने एक सप्ताह में बच्चों की संख्या कम होने के कारणों की रिपोर्ट मांगी है। किसी भी स्कूल को बंद नहीं होने दिया जाएगा। हम स्कूलों में बच्चों की संख्या को बढ़ाएंगे।