नगर निगम के भवन व साइन बोर्ड के लिए अभी करना होगा इंतजार, तीसरी बार टेंडर रद
नगर निगम के नए भवन व साइन बोर्ड के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नगर निगम के नए भवन व साइन बोर्ड के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। शर्ते पूरी न होने के कारण दोनों परियोजनाओं के टेंडर रद कर चौथी बार रिकॉल किए हैं। ठेकेदारों द्वारा शर्ते पूरी नहीं कर पाने के कारण टेंडर तीसरी बार रद हुआ है। नगर निगम के भवन के लिए तीन साल व साइन बोर्ड के लिए एक साल से प्रकिया चल रही है।
चार एकड़ में बनाया जाना है कार्यालय : 27 करोड़ 88 लाख रुपये की लागत से बनने वाले नगर निगम के भवन का टेंडर अब चौथी बार रिकॉल किया है। गोविदपुरा गांव में चार एकड़ में नगर निगम का यह भवन बनाया जाना प्रस्तावित है। पहले जमीन पर स्टे होने के कारण परियोजना अटकी रही। नगर निगम ऑफिस के नए भवन के लिए पिछले तीन साल से कार्रवाई चल रही है। एक सितंबर 2019 को सीएम मनोहर लाल ने इसका पत्थर रखा था। नगर निगम का मौजूदा कार्यालय जर्जर हो चुका है और यहां पार्किग की भी बड़ी समस्या है। 1966-67 तक कमेटी कार्यालय रादौर रोड पर था। बाद में जगाधरी रोड पर भवन बनने के बाद यहां शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन समय की करवट के साथ भवन पुराना होता गया।
ये होंगे फायदे : नगर निगम का नया भवन तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। यहां मेयर, डिप्टी मेयर व सीनियर डिप्टी मेयर के बैठने के लिए अलग से कमरा होगा। निगम के इंजीनियरों की ओर से इस भवन का आर्किटेक्चर भविष्य की संभावनाओं और जरूरत को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, जिससे कि आने वाले समय में जनता को बेवजह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। भवन में ही मीटिग हाल, कांफ्रेस रूम और लोगों की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जाएगा। भवन के बेसमेंट में पार्किग की व्यवस्था होगी और 300 गाड़ियों की पार्किग हो सकेगी। जहां पुराना भवन है वहां मल्टी स्टोरी पार्किग बनाए जाने की योजना है।
एक वर्ष बाद भी नहीं मिले साइन बोर्ड : एक वर्ष बाद भी मेयर व पार्षदों के साइन बोर्ड नहीं लग पाए हैं। अब से पहले तीन बार टेंडर जरूर लगे, लेकिन ठेकेदार नहीं मिले। अब चौथी बार अधिकारियों ने साइन बोर्ड के लिए टेंडर लगाए हैं। इन पर 10 लाख 70 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। मेयर के साइन बोर्ड पर 80 हजार रुपये और पार्षदों के बोर्ड पर 9.90 लाख रुपये का अनुमानित खर्च तय किया गया। ये बोर्ड भी लोहे या लकड़ी के नहीं बल्कि स्टील के होंगे। मेयर और पार्षदों के आवास से कुछ दूरी पर मुख्य सड़क और सार्वजनिक स्थान पर लगाए जाएंगे।
इनसेट
इसलिए लिया निर्णय
साइन बोर्ड लगाने का निर्णय इसलिए लिया गया, ताकि अपनी समस्याओं के लिए लोगों को अपने मेयर और पार्षद के आवास पर जाने के लिए भटकना न पड़े। इसी सीट पर मेयर और पार्षद का नाम, पार्षद का वार्ड नंबर, पूरा पता और मोबाइल नंबर भी होगा। नगर निगम द्वारा इसके लिए टेंडर जारी कर दिए गए है। टेंडर अलॉट होते ही इनका काम शुरू कर दिया जाएगा। यह काम एक महीने में होना है।