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मतदान को उत्सव की तरह मनाने का संदेश देने वाले पिक व मॉडल बूथ केवल नाम के

लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को संदेश देने के उद्देश्य से इस बार पिक व मॉडल बूथ बनाए जाने के आदेश आयोग ने दिए हैं। इसके तहत प्रत्येक विधानसभा में मॉडल व पिक बूथ बनाए गए लेकिन यह केवल नाम भर के दिखे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 May 2019 08:27 AM (IST)Updated: Sun, 12 May 2019 08:27 AM (IST)
मतदान को उत्सव की तरह मनाने का संदेश देने वाले पिक व मॉडल बूथ केवल नाम के
मतदान को उत्सव की तरह मनाने का संदेश देने वाले पिक व मॉडल बूथ केवल नाम के

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को संदेश देने के उद्देश्य से इस बार पिक व मॉडल बूथ बनाए जाने के आदेश आयोग ने दिए हैं। इसके तहत प्रत्येक विधानसभा में मॉडल व पिक बूथ बनाए गए, लेकिन यह केवल नाम भर के दिखे। चुनाव से एक दिन पहले इन मॉडल व पिक बूथों का जायजा लिया गया तो यहां पर कोई विशेष तैयारियां नजर नहीं आई। साढौरा विधानसभा में तो पिक बूथ बनाया ही नहीं गया। इसके पीछे डीसी आमना तस्नीम का तर्क है कि सुरक्षा की दृष्टि से यहां पर पिक बूथ नहीं बनाया गया है। अन्य जगहों पर एक-एक बूथ बनाया गया है, क्योंकि महिला कर्मियों की कमी है।

दरअसल, इस बार चुनाव आयोग मतदान को उत्सव की तरह मनाने का संदेश देने के लिए पिक व मॉडल बूथ बनवा रहा है। पिक बूथों पर मतदान ड्यूटी में लगी सभी कर्मचारी महिलाएं ही होंगी। इसके तहत बूथ को पिक चादर से सजाया जाना था। इसका उद्देश्य महिलाओं की जागरूकता को लेकर है। यमुनानगर में गुरु नानक ग‌र्ल्स कॉलेज को पिक बूथ बनाया गया है। यहां पर केवल एक ही बूथ है, वह भी अंदर हॉल में लगा है। यहां का जायजा लिया गया तो कोई विशेष तैयारी यहां पर नहीं दिखी। जिस प्रकार नगर निगम चुनाव में यह बूथ था, उसी तरह से ही यहां पर बूथ बना था। कॉलेज के गेट पर तैनात गार्ड से इसके बारे में पूछा तो उन्होंने भी यही बताया कि बूथ तो बना है, लेकिन पिक बूथ क्या होता है। इसके बारे में नहीं पता।

मॉडल स्कूलों की हालत भी ऐसी

यमुनानगर विधानसभा की बात करें, तो यहां पर पांच मॉडल बूथ बनाए गए हैं। इनमें जीएनजी स्कूल, शिव शक्ति स्कूल, विष्णु नगर में एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, एमएलएन कॉलेज व नेशनल स्कूल कैंप को बनाया गया है। इन मॉडल बूथों को विशेष तौर पर सजाया जाता है। जब यहां के भी हालातों का जायजा लिया गया तो मॉडल बूथ जैसी कोई बात नजर नहीं आई। जीएनजी स्कूल में कमरा नंबर एक में बूथ बना है, लेकिन इस बूथ पर कोई अलग से व्यवस्था नहीं है। दोपहर दो बजे के लगभग यहां पर कोई नहीं था। न तो स्कूल प्रबंधन से कोई यहां था और न ही प्रशासन की ओर से।

एमएलएन कॉलेज में गए, यहां पर मतदान में लगे कर्मियों को सामान व ईवीएम दी जा रही थी। मैदान पूरा बसों से भरा हुआ था, जबकि जगह-जगह पर पुलिसकर्मी व चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मी बैठे हुए अपनी तैयारियां कर रहे थे। शिव शक्ति स्कूल में भी कोई विशेष बात नहीं थी। यहां पर भी माहौल पूरी तरह से सामान्य था।

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