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पार्को के सुधार के लिए आउटसोर्स पॉलिसी आजमाएगा नगर निगम

ट्विन सिटी के पार्को के सुधारीकरण के लिए नगर निगम अब आउटसोर्स पॉलिसी की मदद लेगा। अधिकारिक स्तर पर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 09:38 AM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 09:38 AM (IST)
पार्को के सुधार के लिए आउटसोर्स पॉलिसी आजमाएगा नगर निगम
पार्को के सुधार के लिए आउटसोर्स पॉलिसी आजमाएगा नगर निगम

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : ट्विन सिटी के पार्को के सुधारीकरण के लिए नगर निगम अब आउटसोर्स पॉलिसी की मदद लेगा। अधिकारिक स्तर पर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। फिलहाल अधिकांश पार्को का रखरखाव रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरड्ब्ल्यूए) कर रही हैं। 42 पार्को का रखरखाव एसोसिएशन कर रही हैं। इसकी एवज में निर्धारित राशी दी जाती है। नगर निगम के 22 वार्डो में 100 से अधिक पार्क हैं। इनसेट

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अभी ये हालात

वार्ड-8 व 9 के पार्को की स्थिति कुछ हद तक सही है। नगर निगम की अन्य वार्डो की बात की जाए तो पार्को की स्थिति दयनीय है। चुनिदा पार्को में ओपन जिम, झूले व अन्य सुविधाएं हैं। अधिकांश पार्को में सफाई की व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है। बैठने के लिए बैंच नहीं है। हाउस की बैठकों में शुरु से ही पार्को का मुद्दा उठता आया है। कई पार्को की तो चहारदीवारी तक नहीं है। आउटर के वार्डो में ज्यादातर पार्को की ऐसी ही स्थिति है। कुछ पार्को के रखरखाव के लिए के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन बनीं हुई हैं। इनसेट

हाउस में उठी थी खर्च राशि बढ़ाने की मांग

वार्ड-8 के पार्षद विनोद मरवाह ने हाउस की बैठक में प्रस्ताव रखा था कि पार्को के रखरखाव के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को दी जाने वाली राशि बढ़ाई जाए। उन्होंने बताया कि देखरेख की एवज में नगर निगम की ओर से एसोसिएशन को दो रुपये प्रति वर्ग गज मीटर के हिसाब से दिए जाते हैं। यह राशि बहुत कम है। इसलिए इसको बढ़ाकर पांच रुपये किए जाएं। इस प्रस्ताव को बजट की कमी व पार्को का सुधार आउट सोर्स पॉलिसी से करवाने की बात कहकर लंबित रखा गया। इनसेट

तीन वर्ष बाद भी सुधरे पार्को के हालात

जम्मू कॉलोनी में लाडो पार्क बनाने की योजना करीब तीन वर्ष पहले बनी। हाउस की बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद एमसी फंड से चहारदीवारी और एक लाइट जरूर लगी, लेकिन उसके बाद नगर निगम अधिकारियों ने इस पार्क की ओर नहीं देखा। पार्क में घास फूंस उगा है। एक ओर की दीवार बनाई जानी है। इसके अलावा लेवलिंग और फुटपाथ भी बनना है। बेटियों को समर्पित इस पार्क को विकसित करने के लिए हाउस की हर बैठक में आवाज उठाई गई, लेकिन स्थिति ज्यों कि त्यों है। राज्यसभा सदस्य कुमारी सैलजा ने 30 लाख रुपये जारी किए। इससे चहारदीवारी का काम जरूर करवाया जा रहा है। इसके अलावा शहीद रॉकी हर्बल पार्क करीब एकड़ में विकसित किया जाना है। एमसी फंड से चहारदीवारी जरूर हुई, लेकिन अन्य सुविधाएं पार्क से नदारद हैं। यह पार्क भी उबड़-खाबड़ है। सफाई की व्यवस्था नहीं है। अधिकारी यहां शहीद की प्रतिमा लगाना तो दूर, उनके नाम का बोर्ड तक नहीं लगा पाए। जम्मू कॉलोनी और हमीदा कॉलोनी में कोई और पार्क नहीं है। इन दो पार्को के विकसित होने से दोनों कॉलोनियों के हजारों लोगों को फायदा होगा। लोग सुबह-शाम सैर कर सकेंगे। इनसेट

शहर के सभी पार्को के सुधारीकरण आउटसोर्स पॉलिसी के तहत करवाए जाने की योजना है। इस पर विचार किया जा रहा है। सभी वार्डो में बिना भेदभाव के पार्क विकसित किए जाएंगे।

मदन चौहान, मेयर।


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