मौसम की करवट से मचा किसानों में हड़कंप, बूंदाबांदी से भीगा गेहूं
जागरण संवाददाता यमुनानगर ओलावृष्टि के जख्म झेल चुके किसानों की करवट ने एक बार फिर झटका दे दिया है। अचानक आए बदलाव से खेत से लेकर मंडियों तक किसानों में हड़कंप मच गया। कई दिन मौसम साफ रहने के बाद आवक शुरू हो गई थी।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : ओलावृष्टि के जख्म झेल चुके किसानों की करवट ने एक बार फिर झटका दे दिया है। अचानक आए बदलाव से खेत से लेकर मंडियों तक किसानों में हड़कंप मच गया। कई दिन मौसम साफ रहने के बाद आवक शुरू हो गई थी। बुधवार अलसुबह तेज तूफान के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई। दिनभर बादल छाए रहे। इस दौरान करीब 12 बजे हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मंडियों में कोई इंतजाम नहीं
क्षेत्र में हुई बूंदाबांदी के कारण न केवल गेहूं की कटाई व थ्रेसिग का काम बाधित हुआ है बल्कि मंडियों में पहुंचा गेहूं भी भीगा। नमी का हवाला देकर एजेंसियां अभी खरीद के लिए आनाकानी कर रही हैं। जगाधरी अनाज मंडी में सड़कों पर भी गेहूं बिखरा पड़ा है। जैसे ही बारिश शुरू हुई गेहूं को समेटकर तिरपाल से ढकने की होड़ लग गई। लेबर सड़कों पर बिखरी गेहूं को इकट्ठा करती हुई नजर आई। इन मंडियों में इतनी आवक
बिलासपुर : 1605 टन
छछरौली : 680 टन
गुमथला : 276 टन
जगाधरी : 3322 टन
जठलाना : 269 टन
खारवन : 408 टन
सरस्वती नगर : 6110 टन
रादौर : 3256 टन
रणजीतपुर : 70 टन
रसूलपुर : 600 टन
साढौरा : 1746 टन नहीं हुआ उठान
इस बार एफसीआइ और हैफेड गेहूं की खरीद कर रही है। जो गेहूं बुधवार तक खरीदी जा चुकी है, उसका भी उठान नहीं हुआ है। यह खुले में पड़ी है। उधर, मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक बृहस्पतिवार को बादल छाए रह सकते हैं। मौसम को देखकर किसान परेशान
मौसम के मिजाज को देखकर किसान काफी परेशान हैं। इन दिनों की कटाई जोरों पर है। किसान रमेश कुमार, धर्म सिंह, प्रेम सिंह और हरनाम सिंह का कहना है कि गत दिनों हुई ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हो चुका है। इन दिनों बारिश किसानों के लिए नुकसानदायक है। बुधवार को हुई बूंदाबांदी के कारण न कटाई हो पाई और न ही थ्रेसिग। अब मौसम का साफ रहना ही किसानों के हित में है।