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ताजेवाला में यमुना किनारों को खनन माफिया ने खोद डाला, परेशान लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम लिखा पत्र

ताजेवाला के गुजरान बांस के लोगों ने अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा। अवैध खनन रुकवाने की गुहार लगाई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 12:58 AM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 12:58 AM (IST)
ताजेवाला में यमुना किनारों को खनन माफिया ने खोद डाला, परेशान लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम लिखा पत्र

संवाद सहयोगी, खिजराबाद : ताजेवाला के गुजरान बांस के लोगों ने अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा। अवैध खनन रुकवाने की गुहार लगाई।

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ग्रामीण निवासी जाहिद पहलवान तैयब ठेकेदार फुरकान सुलेमान इमरान अकरम,हासिम, सुमित इसरार बिलावल ने बताया कि ताजेवाला में अवैध खनन पूरे जोरशोर पर है। अवैध खनन करने वाले लोग भारी वाहन भर कर उनके घरों के सामने से गुजर रहे हैं, जिससे सड़के गलियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं ।इतना ही नहीं भारी-भरकम वाहनों के नीचे से पत्थर निकल कर उनके घरों में गिर रहे हैं।जिससे कई मकानों में पत्थरों के निशान पड़ गए हैं व कई बच्चे घायल हो गए हैं। इस बारे में ग्रामीणों ने पंचायत स्तर पर कई बार शिकायत की।इतना ही नहीं थाना खिजराबाद में भी उक्त लोगों ने अपनी बात रखी, लेकिन ओवरलोड व अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है।जिस पर अब लोगों ने आखिर में मुख्यमंत्री को पत्र लिखने की बात कही है।

ग्रामीण जाहिद पहलवान का कहना है कि ताजेवाला में खनन के लिए कोई घाट चिन्हित नहीं है उसके बाद भी दर्जनों अवैध स्क्रीन यहां पर दिन रात चल रहे हैं और जेसीबी व पोकलेन मशीनों से यमुना के किनारों को लगभग 50-50 फुट खोद दिया है। इस बारे में ग्रामीणों ने जिला खनन अधिकारी व अन्य कर्मचारियों को भी कई बार अवगत करा दिया है।लेकिन संबंधित विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नही हुई है। जिप्सी के सामने निकलते हैं वाहन

गौरतलब है कि ताजेवाला क्षेत्र में अवैध खनन व अवैध स्टॉक ओवरलोड का खेल दिन रात जारी है। क्षेत्र में चल रहे ओवरलोड को पुलिस आरटीओ का काम बता कर पल्ला झाड़ रही है। ऐसा नहीं है कि पुलिस लोगों को नहीं पकड़ सकती लेकिन शिकायत कर्ताओं को पुलिस अलग अलग बहाने बनाकर टरका देती है।जिसकी एवज में बाकायदा अवैध खनन कर ओवरलोड ढोने वाले लोग पुलिस व संबंधित विभाग को बकायदा फीस मुहैया कराते हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण ताजेवाला में पुलिस की जिप्सी के सामने ही निकलते ओवरलोड डंपर हैं। जिन पर पुलिस कोई भी कार्रवाई करने से गुरेज करती है।

जगह-जगह लगे स्टॉक

ताजेवाला व उसके साथ लगते क्षेत्र में जगह-जगह पर रेत बजरी वह मोटे पत्थरों के ढेर लगे हुए हैं। जोकि अवैध हैं कुछ लोगों का तो यह कहना है कि उनके यह स्टॉक उठने के साथ साथ रायलटी ठेकेदार उनसे रॉयल्टी वसूल करते हैं। लेकिन कुछ लोगों का यह भी कहना है कि जब ताजेवाला में रॉयल्टी का कोई घाट ही नहीं है तो रॉयल्टी काटने का कोई ओचित्य नहीं रह जाता। लेकिन सब काम प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है ।


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