सत्याग्रह आंदोलन के दूसरे दिन पुरुष शिक्षकों ने रखा उपवास
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : स्कूलों में समायोजित करने व अपने गृह जिला में नियुक्ति की मांग क
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : स्कूलों में समायोजित करने व अपने गृह जिला में नियुक्ति की मांग को लेकर अतिथि अध्यापक संघ ने सत्याग्रह आंदोलन छेड़ रखा है। बुधवार को अनाज मंडी जगाधरी के प्रवेश द्वार पर चल रहे धरने के दौरान पुरुष शिक्षकों ने सामूहिक उपवास रखा। बृहस्पतिवार दोपहर 12 बजे तक शिक्षक यहां बैठे रहेंगे।
शिक्षकों ने बताया कि रोजगार बचाने के लिए विधायकों से लेकर मंत्रियों तक मिल चुके हैं। उनकी मांग को अनसुना किया जा रहा है। त्योहारों का माह है। उनको ¨चता सता रही है कि वह दीवाली इस बार कैसे मनाएंगे। क्योंकि एक माह पहले उनको स्कूलों से बाहर कर दिया गया। उनके सामने रोजगार का संकट है। केवल विधायक ही बल्कि इनके मुखिया यानि मुख्यमंत्री भी उनको झूठा भरोसा देकर चले गए। जिले में 671 अतिथि अध्यापक सेवाएं दे रहे थे। नव चयनित जेबीटी उनके स्थान पर रख लिए गए हैं। इनकी नियुक्ति से पहले सरकार को अतिथि अध्यापक समायोजित करने चाहिए थे। कई अध्यापक उम्र के इस पड़ाव में कही नौकरी करने के योग्य नहीं रहे हैं। दस साल तक सेवाएं देने के बाद अचानक नौकरी से निकालने का फरमान सुना दिया। वह चैन से नहीं बैठने वाले हैं। जब तक वापस स्कूलों में नियुक्ति नहीं मिलती इस प्रकार के धरने जारी रहेंगे। वह यहां दिन रात का धरना दे रहे हैं। जिला प्रधान संत कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार दोपहर को सत्याग्रह आंदोलन खत्म होगा। इसके बाद बाकि साथियों से विचार विमर्श करने के बाद नई रणनीति तय की जाएगी। इस मौके पर काफी संख्या में अतिथि अध्यापक मौजूद रहे।