रुकेंगे सड़क हादसे, बनेंगे डिवाइडर और ट्रैफिक होगा वन-वे
सड़क हादसों का ग्राफ कम करने के लिए यातायात पुलिस और पीडब्ल्यूडी ने प्लानिग की है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर:
सड़क हादसों का ग्राफ कम करने के लिए यातायात पुलिस और पीडब्ल्यूडी ने प्लानिग की है। अतिव्यस्त मुख्य मार्गों पर डिवाइडर बनाए जाने की योजना है। अभी जगाधरी बस स्टैंड से अंबाला रोड पर ग्रिल लगाई जा रही है। वहीं, कमानी चौक से विश्वकर्मा चौक तक भी ट्रैफिक को वन वे करने के लिए संकेतक लगाए हैं। हालांकि यह संकेतक वाहनों की वजह से टूट चुके हैं। रोड सेफ्टी की बैठक में लगातार सड़कों की स्थिति का मुद्दा उठ रहा था। आरएसए देंगे रिपोर्ट
सड़कों पर हादसे रोकने की दिशा में काम करने के लिए रोड सेफ्टी एसोसिएट (आरएसए) की नियुक्ति की गई है। यह आरएसए सड़क हादसों की थानों में दर्ज एफआइआर, स्थान और लोगों से बातचीत के बाद डीसी और एसपी को रिपोर्ट देंगे। इसके आधार पर ही रोड सेफ्टी के लिए कार्य होंगे। साथ ही नए ब्लैक स्पॉट भी चिहित किए जाएंगे। इन खामियों को किया जाएगा दूर
रोड इंजीनियरिग में खामी की वजह से ही हादसे होते हैं। यमुनानगर में यह आंकड़ा सबसे अधिक है। नया बाइपास बना, तो उस पर भी रोड इंजीनियरिग का पालन नहीं हुआ। कहीं भी साइन बोर्ड नहीं लगे हैं। इसी तरह से शहर के अंदर भी न तो डिवाइडर लगे हैं और न ही सड़कों पर ब्लिंकर या ब्रेकर नहींर् हैं। हर बार रोड सेफ्टी की बैठक में यह मुद्दा उठता है। वर्ष 2018 में 218 हादसे जिले में हुए। 2019 में अब तक 143 हादसे हो चुके हैं। यहां भी काम करने की जरूरत
नए बाईपास पर सुढैल और हरनौल मोड़ पर संकेतक लगने चाहिए। टोल प्लाजा दामला पर स्पीड ब्रेकर हों। बिलासपुर रोड पर बर्म बनी है। शहर के अंदर से अतिक्रमण हटाया जाए। सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए। इससे बाहर की ओर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। वर्जन
पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन ऋषि सचदेवा का कहना है कि यातायात को व्यवस्थित करने के लिए ट्रायल तौर पर यह व्यवस्था की है। रोड सेफ्टी की बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुसार ही सड़कों पर कार्य किया जा रहा है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप